कच्चे तेल के उफान के दम पर तेजी में बंद हुआ शेयर बाजार
मुम्बई। विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच निवेशक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के करीब नौ माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से उत्साहित रहे जिससे घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को हरे निशान में बंद हुए।
ओएनजीसी और एनटीपीसी में निवेशकों के जमकर पैसा लगाने से बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 139.13 अंक की बढ़त में 46,099.01 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 35.55 अंक उछलकर 13,513.85 अंक पर बंद हुआ।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, घरेलू बाजार में वाहन बिक्री के आंकड़े भी बाजार धारणा के अनुकूल रहे, जिससे बाजार में मांग में सुधार की संभावना को बल मिला। वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के शुक्रवार को जारी संशोधित आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में देश में 2,64,898 यात्री वाहन बिके जो पिछले साल नवंबर के 2,53,139 इकाई की तुलना में 4.65 प्रतिशत अधिक है। दुपहिया वाहनों की बिक्री में 13.43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। नवंबर 2019 में देश में 14,10,939 दुपहिया वाहन बिके थे। इस साल नवंबर में यह आँकड़ा 16,00,379 इकाई पर पहुँच गया। इनमें मोटरसाइकिलों की बिक्री 14.90 प्रतिशत बढ़कर 10,26,705 इकाई पर और स्कूटरों की बिक्री 9.29 फीसदी की वृद्धि के साथ 5,02,561 इकाई रही।
कच्चे तेल की कीमतों में आयी तेजी भी अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत देती है, जिससे निवेशकों का मनोबल बढ़ा। अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल मार्च के बाद पहली बार 50 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचा। हालांकि, कोरोना वैक्सीन संबंधित प्रगति से निवेशक सशंकित हैं और वैश्विक परिदृश्य भी निवेश धारणा के प्रतिकूल रहा, जिसका दबाव भी शेयर बाजार पर रहा।
यूरोपीय बाजारों पर ब्रेग्जिट का मुद्दा हावी रहा, जिससे शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.68 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 1.06 प्रतिशत की गिरावट में रहा। एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखा गया । चीन का शंघाई कंपोजिट 0.77 प्रतिशत तथा जापान का निक्केई 0.39 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ जबकि दक्षिण कोरिया का कोप्सी 0.86 प्रतिशत तथा हांगकांग का हैंगशैंग 0.36 प्रतिशत की तेजी में रहा।