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Dainik Vishwamitra

शनिवार ११ मई २०२४

राज्यसभा में विपक्ष का भारी हंगामा



नयी दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने, पत्रकारों की कथित जासूस, नये मंत्री की नागरिकता और अन्य मुद्दों काे लेकर जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन में केवल एक विधेयक पर संक्षिप्त चर्चा हो सकी।
विपक्ष के हंगामे के कारण तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्नन में उप सभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही चलानी चाही तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिये हैं। पहले उनपर चर्चा होनी चाहिए। उनका समर्थन कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और अन्य विपक्षी दलों ने भी किया। लेकिन श्री हरिवंश ने कहा कि इस मुद्दे का निपटारा सभापति सुबह कर चुके हैं और इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकती।
इसके बाद उन्हाेंने पोत, जहाजरानी एवं बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को नाैचालन के लिए सामुद्रिक सहायता विधेयक 2021 पेश करने के लिए पुकारा। इससे नाराज विपक्ष के सदस्य नारे लगाते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गये। उप सभापति ने सदस्यों ने शांत होने और अपनी सीटों पर वापस लौटने की अपील की।
इस दौरान श्री सोनोवाल ने विपक्ष के शाेरगुल और हंगामें बीच विधेयक पेश किया और इस पर चर्चा शुरू हो गयी।
चर्चा में बीजू जनता दल के सुभाष चंद्र सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति के बांदा प्रकाश और टीएमसी- एम, के जी के वासन ने विधेयक का समर्थन किया। हालांकि विपक्ष के सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया।
सदन में लगातार हंगामे की स्थिति को देखते हुए श्री हरिवंश ने सदस्यों से शांत होने और सदन की कार्यवाही चलने देने की बार बार अपील की। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। स्थिति को देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। विधेयक पर चर्चा अधूरी रही।




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