अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

राज्यसभा में विपक्ष का भारी हंगामा



नयी दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने, पत्रकारों की कथित जासूस, नये मंत्री की नागरिकता और अन्य मुद्दों काे लेकर जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन में केवल एक विधेयक पर संक्षिप्त चर्चा हो सकी।
विपक्ष के हंगामे के कारण तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्नन में उप सभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही चलानी चाही तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिये हैं। पहले उनपर चर्चा होनी चाहिए। उनका समर्थन कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और अन्य विपक्षी दलों ने भी किया। लेकिन श्री हरिवंश ने कहा कि इस मुद्दे का निपटारा सभापति सुबह कर चुके हैं और इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकती।
इसके बाद उन्हाेंने पोत, जहाजरानी एवं बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को नाैचालन के लिए सामुद्रिक सहायता विधेयक 2021 पेश करने के लिए पुकारा। इससे नाराज विपक्ष के सदस्य नारे लगाते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गये। उप सभापति ने सदस्यों ने शांत होने और अपनी सीटों पर वापस लौटने की अपील की।
इस दौरान श्री सोनोवाल ने विपक्ष के शाेरगुल और हंगामें बीच विधेयक पेश किया और इस पर चर्चा शुरू हो गयी।
चर्चा में बीजू जनता दल के सुभाष चंद्र सिंह, तेलंगाना राष्ट्र समिति के बांदा प्रकाश और टीएमसी- एम, के जी के वासन ने विधेयक का समर्थन किया। हालांकि विपक्ष के सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया।
सदन में लगातार हंगामे की स्थिति को देखते हुए श्री हरिवंश ने सदस्यों से शांत होने और सदन की कार्यवाही चलने देने की बार बार अपील की। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। स्थिति को देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। विधेयक पर चर्चा अधूरी रही।




भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.