मोदी का पलटवार, ‘विपक्ष चर्चा से भाग रहा है’
नयी दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में विपक्ष के तीखे तेवरों पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी में सरकार की सफलता से विपक्ष निराश है और इसीलिये वह इस पर चर्चा से भाग रहा है।
श्री मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड की महामारी हमारे लिये कोई राजनीतिक नहीं बल्कि एक मानवीय मुद्दा है। बीती एक सदी में ऐसा पहली बार हुआ कि जब आबादी के बड़े हिस्से को अनाज दिया गया और हम इसे सफलतापूर्वक कर पाये। यह काम हमने दया या उपकार की भावना से नहीं बल्कि कर्तव्य भाव से किया है।
श्री जोशी ने कहा कि बैठक में प्रधानमंत्री ने विपक्ष के रुख पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि विपक्ष संसद में लोगों के मुद्दे नहीं उठने दे रहा है। कांग्रेस सोचती है कि सत्ता एवं प्रधानमंत्री पद उनका अधिकार है और वह इसी भावना से काम कर रही है। सदन में समृद्ध एवं सार्थक चर्चा हो, यह सरकार चाहती है। बीते दो साल से देश इस महामारी का सामना कर रहा है। लेकिन विपक्ष का व्यवहार बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है।
संसदीय कार्य मंत्री के अनुसार प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों का आह्वान किया कि वे टीकाकरण और गरीब कल्याण कार्यक्रम को सभी गरीबों तक पहुंचाने में योगदान दें। भारत में विश्व का सबसे बड़ा निशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। देश में करीब 41 करोड़ लोग कम से कम एक डोज टीका लगवा चुके हैं। लोगों से आग्रह है कि अपनी बारी आने पर टीका अवश्य लगवायें। प्रधानमंत्री ने दिल्ली के करीब 20 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका नहीं लग पाने पर चिंता व्यक्त की और उनसे शीघ्रातिशीघ्र टीका लगवाने का आग्रह किया।
श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि करीब 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज बांटा गया है और यह काम दिसंबर तक चलेगा। विपक्ष हमारी इस कामयाबी से हताश है। हम चाहते हैं कि ये सब सत्य उपलब्धियां देश के सामने रखने के लिए सदन में चर्चा हो लेकिन लोकसभा हो या राज्यसभा विपक्ष चर्चा से भाग रहा है।
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गाेयल, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल आदि उपस्थित थे। सभी सांसद कोविड प्रोटोकोल के मुताबिक एक एक सीट के अंतर से बैठे थे और सभी ने मास्क लगाया हुआ था। (वार्ता)