सरयू तीरे आस्था, आह्लाद और आत्मीयता के दीप जले
अयोध्या। अद्भुत, अलौकिक, अनिर्वचनीय...कल्पनातीत सौंदर्य। पांच लाख 84 हजार 572 दीपों से जगमगाती अवधपुरी को जिसने भी देखा, बस देखता ही रह गया। श्रद्धालु हों या कि सैलानी, सब अपलक होकर अयोध्या को निहार रहे थे। हर ओर राम, सब में राम। अयोध्या में शुक्रवार को सम्पन्न दीपोत्सव में आस्था, आह्लाद और आत्मीयता के दीप जले। श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुरू होने से उपजे सहज आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे 5,84,572 दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष और उल्लास देखते ही बन रहा था। सहज भाव से हो रहे 'राम राम जय राजा राम' 'जय सिया राम' 'राजा रामचन्द्र की जय' जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख, ऐसा लगता था कि मानों सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था। अयोध्या की छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों को पर तो आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी अपने घरों को सजाया-संवारा था।
दीपोत्सव के अवसर पर नया घाट स्थल पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने दीप जलाकर सरयू मइया की आरती उतारी। कोविड प्रोटोकॉल के कारण विशिष्ट जनों के लिए नया घाट पर अलग-अलग आरती स्थल तैयार किए गए थे।
श्री योगी ने जगद्गुरु वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज के साथ विधि-विधान से सरयू मइया की आरती भी उतारी, तो राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह और अनेक साधु-संतों ने अलग-अलग स्थलों से सरयू पूजन किया। विशिष्ट जनों द्वारा आरती के लिए सात मंच तैयार किए गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर इस प्राचीन नगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस 'भव्य दीपोत्सव' को देखा-परखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को नवीन विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया। दीपोत्सव के लिए सैकड़ों स्वयंसेवक समर्पित भाव से डटे रहे।
कीर्तमान रचने में अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के शिक्षकों व छात्रों की बड़ी भूमिका रही। दीप प्रज्ज्वजन का नियत समय शुरू होते ही 'श्री राम जय राम जय जय राम' के जाप के साथ एक-एक कर 5,84,572 दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या 'जय श्री राम' के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी। लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार दीपोत्सव की जानकारी दी जा रही थी, सो नतीजों की घोषणा होते ही जो जहां था, उसने वहीं से 'जय सिया राम' का नारा लगाया। इससे पहले विवत वर्ष भी इसी स्थान पर दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था।
श्री योगी ने नए रिकॉर्ड के लिए अयोध्या सहित देश-दुनिया के सभी राम भक्तों को बधाई दी। नया घाट पर विश्व कीर्तिमान की घोषणा होने के बाद उन्होंने कहा कि अब अगले वर्ष का दीपोत्सव एक नए कीर्तिमान को गढ़ेगा। आज के कीर्तिमान के लिए अयोध्यावासी विशेष बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा अयोध्या में आज का उल्लास बताता है कि त्योहार किस प्रकार मनाना चाहिए। प्रदूषण रहित दिवाली और डिजिटल दिवाली का सुंदर उदाहरण यहां सबने देखा। यह यूनीक है। सबकी सहभागिता से यह त्योहार आज पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। यह हर भारतवासी का पर्व है।