पंजाब में अमरिंदर तथा कांग्रेसियों के बीच वाकयुद्ध जोरों पर
चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा कांग्रेसियों के बीच जारी वाकयुद्ध ने सियासी घमासान मचा दिया है जिसके दूरगामी परिणाम क्या होंगे ,ये तो समय ही बतायेगा ।
राज्य में कैप्टन सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाये जाने के बाद से कलह थमने का नाम नहीं ले रही । कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू तथा कैप्टन सिंह से शुरू हुई कलह अब कैप्टन सिंह की पाक महिला मित्र तक आ पहुंची । इस घमासान में अब श्री सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू भी कूद पड़ी हैं । उन्होंने तो आज वो फोटो शेयर की जिसमें पंजाब पुलिस के पूर्व महानिदेशक दिनकर गुप्ता और पूर्व मुख्य सचिव विनी महाजन के बीच एक कार में अरूसा आलम बैठी हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अरूसा आलम ही पंजाब की डीजीपी थीं ।
कैप्टन सिंह ने आज मीडिया सलाहकार के जरिये एक ट्वीट में कहा कि उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा आप कहते हो कि अरूसा तथा आईएसआई संबंधों की जांच से मैं परेशान हो गया हूं लेकिन सच ये है कि परेशान और भ्रमित तो आप लग रहे हो । क्या आपने इन सालों में किसी मुद्दे पर मुझे परेशान देखा । अब आप अरूसा आलम के खिलाफ तथा कथित जांच पर अपना मन पक्का करो ।
उन्होंने कहा कि जहां तक बरगाडी जांच का सवाल है तो गुरू ग्रंथ साहिब की कसम खाओ कि बरगाडी मामले की जांच को लेकर दो जांच अधिकारी कुुंवर विजय प्रताप सिंह तथा रनबीर सिंह खटरा की नियुक्ति आप की सिफारिश पर नहीं हुई थी क्या । इसलिये मेरे खिलाफ आरोपबाजी में फंसने के बजाय अपने काम पर ध्यान दो । चुनाव में समय कम है।
उन्होंने आज अरूसा आलम तथा कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की एक फोटो भी शेयर की ।
राज्य में इस तरह आरोपों -प्रत्यारोपों की राजनीति से किसको कितना नुकसान होगा ,यह तो समय ही बतायेगा । कुल मिलाकर कांग्रेस के बड़े नेताओं की इस तकरार से कांग्रेस सरकार की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं देतीं । इसे विराम देने के इरादे से मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी ने मंत्रियों ,विधायकों की बैठक बुलाई और पार्टी संगठन तथा सरकार से जुड़े कुछ मुद्दों से पार्टी आलाकमान को अवगत कराने के लिये कल ही श्री रंधावा और मंत्री भारत भूषण आशू को दिल्ली भेजा । कांग्रेस में अभी तक श्री सिद्धू का मसला हल नहीं हुआ दूसरी समस्या खड़ी हो गयी ।