केंद्र और त्रिपुरा की ‘डबल इंजन' सरकार राज्य की प्रगति के लिए प्रतिबद्ध: मोदी
नयी दिल्ली/अगरतला । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केंद्र और त्रिपुरा की 'डबल इंजन' सरकारें राज्य की प्रगति में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्री मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए त्रिपुरा के 1.47 लाख से अधिक लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) की पहली किस्त के रूप में 709 करोड़ रूपये का हस्तांतरण किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा, “ राज्य में विप्लव देव जी की सरकार और केंद्र की सरकार राज्य की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली और अगरतला में डबल इंजन सरकार पूरी ताकत और ईमानदारी के साथ राज्य के विकास में लगी हुई है। जिस सोच ने त्रिपुरा को गरीब बनाये रखा और लोगों को सुविधाओं से दूर रखा, उसका आज यहां कोई स्थान नहीं है।”
उन्होंने पीएमएवाई-जी के तहत जारी पहली किस्त को त्रिपुरा के सपनों को नया आयाम करार दिया और कहा कि यह आने वाले दिनों में राज्य के लिए उम्मीद की किरण है। उन्होने केंद्र में पिछली सरकारों के संदर्भ में कहा , “ पिछले सात वर्षों में हमारा प्रयास रहा है कि सरकारी योजनाएं जरूरतमंदों तक सुनिश्चित रूप से पहुंचे। पिछली सरकार में कमीशन और भ्रष्टाचार का एक 'कट कल्चर' था, जहां योजनाएं कुछ लोगों के आसपास ही रहती थीं , लेकिन अब राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती है। ”
श्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की लंबे समय से उपेक्षा को लेकर कहा , “ पहले देश के समग्र विकास को टुकड़ों में और एक राजनीतिक लेंस के माध्यम से देखा जाता था। इसलिए यह क्षेत्र उपेक्षित रहा , लेकिन आज देश के विकास को 'एक भारत- श्रेष्ठ भारत' की भावना से देखा जाता है। विकास को अब देश की एकता-अखंडता का पर्याय माना जाता है।” उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार का नाम लिए बिना कहा कि इससे पहले दिल्ली के बंद कमरों में नीतियां बनायी जाती थीं।
उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और कनेक्टिविटी में सुधार करके पूर्वोत्तर की विशाल क्षमता को पुखता किया जायेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस क्षेत्र में किए जा रहे कार्य देश को विकास की नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इतिहास में पूर्वोत्तर और देश के अन्य हिस्सों के आदिवासी लड़ाकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। इस परंपरा का सम्मान करने के लिए देश इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में देश ने अमृत महोत्सव के दौरान एक और बड़ा फैसला लिया है। देश अब हर साल 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती ‘आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनायेगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पीएमएवाई-जे के लाभार्थियों से भी बातचीत की।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहला अवसर है जब राज्य में बड़ी संख्या में मकान बनाने के लिए लाभार्थियों को एक ही दिन में इतनी बड़ी राशि जारी की गयी है।