सपा रालोद में सीटों के बंटवारे पर संशय खत्म, जल्द हो सकता है औपचारिक ऐलान
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिये सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गयी है, जल्द ही गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी।
अखिलेश और जयंत के बीच मंगलवार को यहां कई दौर की बातचीत के बाद सीटों के बंटवारे पर अंतिम सहमति बन गयी है। सूत्रों के अनुसार सिर्फ कुछ सीटों पर सहमति बनने का इंतजार है, जल्द ही सीटों के बंटवारे का अंतिम फैसला कर इसका ऐलन कर दिया जायेगा।
सपा के सूत्रों के अनुसार जयंत ने लखनऊ स्थित अखिलेश के आवास पर उनसे मुलाकात की। समझा जाता है कि दोपहर बाद बंद कमरे में चल रही बैठक देर शाम तक जारी रही। अखिलेश और जयंत ने अपनी तस्वीरें ट्वीट कर बैठक में सकारात्मक नतीजे निकलने के संकेत दिये। अखिलेश ने जयंत से हाथ मिलाते हुये अपनी तस्वीर ट्वीट कर लिखा, “श्री जयंत चौधरी जी के साथ बदलाव की ओर।” वहीं जयंत ने भी अखिलेश के साथ उनके आवास पर अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुये सिर्फ इतना ही लिखा, “बढ़ते कदम।”
गौरतलब है कि दोनों दलों के बीच चुनाव में गठबंधन की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार जयंत ने सपा से 50 सीटों की मांग की है। जबकि सपा नेतृत्व रालोद को 30 से 32 तक सीट देने की पेशकश की है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चार से पांच सीटें ऐसी भी हैं जिन पर दोनों दल अपने प्रत्याशी उतारने के कारण इन सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। सबसे अहम मुद्दा चरथावाल विधानसभा सीट का है। इस सीट पर दोनों दल अपना उम्मीदवार उतारने पर अड़े हैं।
हाल ही में सपा की साइकिल पर सवार हुये हरेन्द्र मलिक को अखिलेश इस सीट से टिकट देना चाहते हैं, जबकि जयंत खुद इस सीट से विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाना के लिये उत्सुक हैं।
अखिलेश और जयंत के बीच हो रही बैठक में इन्हीं सब मुद्दों पर सहमति कायम होने का उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि अगर सीटों के बंटवारे पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गयी तो आज ही सपा कार्यालय से इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने यूनीवार्ता को बताया कि सहयोगी दलों को गठबंधन के तहत अधिकतम 50 से 55 सीटें ही दी जायेंगी। इनमें रालोद के अलावा ओम प्रकाश की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और रालोद सहित अन्य छोटे दल भी शामिल हैं। ऐसे में रालोद के हिस्से में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 25 और सुभासपा काे पूर्वांचल की दर्जन भर से अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है।