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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

अमरिंदर ,बादल और भाजपा ने मिलकर पंजाब के हितों को पहुंचाया नुकसान: चन्नी




भोआ (पठानकोट)।पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि अकाली दल , भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मिलकर पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचाया ।
उन्होंने आज यहां कांग्रेस की रैली को संबोधित करते हुये कहा कि मोदी, बादल और कैप्टन की तिकड़ी ने राज्य के हितों को खतरे में डालने के लिए किसान विरोधी कानून पास करने के लिए साज़िश रची। किसान विरोधी कानून के लिए अकाली ज़िम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने 2013 में पंजाब विधानसभा में कंट्रैक्ट फार्मिंग बिल पास किया जो बाद में खेती कानूनों का आधार बना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बादलों और अमरिंदर जैसे कुलीन वर्ग के लोगों ने अपने निजी हितों के लिए गठजोड़ करके राज्य को लूटा । ये आपस में मिलकर बारी-बारी सत्ता में आकर पंजाब को लूटते आ रहे हैं और हर पाँच साल बाद सिर्फ़ शासक बदलते हैं लेकिन सत्ता उनके हाथों में ही रहती है। अब यह गठजोड़ टूट गया है और सत्ता आम लोगों के हाथों में आ गई है।
श्री चन्नी ने कहा कि उन्होंने कठिनाइयों भरा जीवन व्यतीत किया है, इसलिए वह आम आदमी की मुश्किलों से अच्छी तरह परिचित हैं। वह गरीब और आम आदमी की भलाई के लिए सरकारी फंड के सही प्रयोग को यकीनी बना रहे हैं। जब तक वह सत्ता में हैं, तब तक वह अपनी यह ज़िम्मेदारी इसी तरह निभाते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में सत्ता की लालसा के लिए लोगों को गुमराह कर रहे हैं। राज्य में ऐसी संकुचित राजनीति कभी भी कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी और उनके लोगों को एक बात याद रखनी चाहिए कि इतिहास गवाह है कि पंजाबियों को अपनी धरती और लोगों के साथ प्यार है , कभी किसी बाहरी व्यक्ति को अपने राज्य में शासन करने की इजाज़त नहीं दी। दिल्ली में केजरीवाल सरकार फेल हो चुकी है जबकि कांग्रेस लोगों के कल्याण के लिए बेहतरीन काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि कांग्रेस लीडरशिप ने उनको राज्य की सेवा करने का मौका दिया। बिजली बिलों के 1500 करोड़ रुपए के बकाए माफ किये, घरेलू उपभोक्तारों के लिए बिजली दरें 3रुपए प्रति यूनिट घटाईं, ग्रामीण क्षेत्रों में मोटरों के 1200 करोड़ रुपए के बिल माफ किये, पानी के खर्च घटा कर 50 रुपए किये, रेत के रेट घटा कर 5.50 प्रति क्यूबिक फुट रुपए किये और गन्ने के बढ़े हुए 50 रुपए भाव में से पंजाब सरकार 35 रुपए बर्दाश्त करेगी, जबकि प्राईवेट मिलों को अब सिर्फ़ 15 रुपए का बोझ ही बर्दाश्त करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में ऐसे कई और महत्वपूर्ण फ़ैसले भी लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का पूरा विकास किया जायेगा, जैसे बादलों और महाराजा ने अपने-अपने क्षेत्रों का विकास किया था ‘मेरा वायदा है कि सरहदी क्षेत्रों में जल्द ही व्यापक विकास किया जायेगा।’
मुख्यमंत्री ने पठानकोट में मैडीकल कालेज, भोआ को प्रशासनिक ब्लाक ऐलानने, नरोट जैमल सिंह अस्पताल को अपग्रेड करने और संत बाबा नाभा दास की इमारत के लिए उचित ज़मीन देने का ऐलान किया।


भारत

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    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

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    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

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    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.