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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

भारत की सांस्कृतिक विरासत और विकास यात्रा का दुनिया को काशी ने कराया दीदार




वाराणसी। वाराणसी में सोमवार को दुनिया ने भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक चेतना के उन्नयन को अतीत एवं वर्तमान की विकास यात्रा से जोड़ते हुये काशी विश्वनाथ के मंच से अलौकित रूप में देखा।
अवसर था, काशी विश्वनाथ धाम परिसर के लोकार्पण का और मकसद था, भारत की सनातन संस्कृति को अतीत, वर्तमान एवं भविष्य के दृष्टिकोंण से समाहित कर विश्व फलक पर पेश करने का। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर की सार्थकता को सिद्ध करते हुये वाराणसी में गंगा स्नान से लेकर गंगा आरती तक, एक सधे हुये साधक की भूमिका का बखूबी निर्वाह किया। सदानीरा मां गंगा का जल अपनी अंजली में लेकर भगवान विश्वनाथ का जलाभिषेक कर माेदी ने इस आयोजन की भव्यता को उत्कर्ष पर पहुंचा दिया।
काशी विश्वनाथ धाम परिसर के लोकार्पण समारोह को पूर्णता की ओर ले जाने का काम प्रधानमंत्री मोदी के ओजस्वी उद्बोधन ने कर दिया। मोदी ने अपने संबोधन में काशी के महात्म्य और आधुनिक भारत की विकास यात्रा में काशी विश्वनाथ धाम परिसर के योगदान का विस्तार से जिक्र किया।
उन्होंने नये स्वरूप में निर्मित काशी विश्वनाथ धाम परिसर को भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बताते हुये कहा कि आने वाले समय में यह देश की विकास यात्रा को भी विश्व पटल पर प्रस्तुत करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा। ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का।”


भारत

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    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

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    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.