मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं: शाह
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार ने बड़े ही व्यवस्थित तरीके से भ्रष्टाचार पर कुठाराघात किया है और पिछले सात वर्षों में इस सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है।
श्री शाह ने शनिवार को यहां विज्ञान भवन में सुशासन सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि देश की दो महान विभूतियों और भारत रत्नों की स्मृतियां इसी दिन के साथ जुड़ी हैं। पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का आज जन्मदिन है। श्री मालवीय ने देश के विकास, आज़ादी और देश को एक नई दिशा दिखाने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। श्री वाजपेई ने सुशाशन शब्द को वास्तव में देश में जमीन पर उतारा था। मोदी सरकार ने इसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए भ्रष्टाचार पर बहुत व्यवस्थित तरीके से एक बहुत बड़ा कुठाराघात किया है। काला धन से निपटने के लिए कई सारे कानून बनाए गए, बेनामी संपत्ति कानून और आर्थिक अपराधियों के लिए कानून बनाये गए, शेल कंपनियों के खिलाफ एक बहुत बड़ा अभियान उठाया गया और इंस्पेक्टर राज पर लगाम कसने का काम भी सुशासन के मंत्रों के माध्यम से सरकार ने किया है। उन्होंने कहा, “इसके कारण ही आज सात साल बाद भी हम लोग विश्वास के साथ जनता के सामने कहते हैं कि यह एक ऐसी सरकार है जिस पर कोई सात साल के अंदर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सका, यह पारदर्शिता का बहुत बड़ा उदाहरण है।”
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने योजनाओं का स्केल बदलने का काम किया है। पहले योजनाएं आंकड़ों में हुआ करती थी, अब योजनाएं समस्याओ की समाप्ति की घोषणा के साथ होती हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए ढ़ेर सारे काम किए गये हैं। सबसे पहला काम डीबीटी, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की गई है, पहले देश के 60 करोड़ लोगों को अपनी सरकार की बनाई हुई योजनाओं का पैसा लेने के लिए बिचौलियों का सहारा लेना पड़ता था लेकिन आज दिल्ली से उसके बैंक अकाउंट में सीधा पैसा पहुंचता है, 100 रुपये भेजे जाते हैं तो पूरे 100 रुपये सीधे उसके बैंक अकाउंट के अंदर पहुंचते हैं।
श्री शाह ने कहा कि सुशासन सप्ताह मनाने का निर्णय श्री मोदी ने अमृत महोत्सव के वर्ष में किया, इससे सुशासन का कॉन्सेप्ट दिल्ली से निकलकर ज़िलों से गुज़रते हुए गांवों तक पहुंचाने का काम हुआ है और इससे पूरी व्यवस्था का सुशासन शब्द से परिचय हो गया है और यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।