अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

कैप्टन अमरिंदर ने सिद्धू पर लगाए गंभीर आराेप




नयी दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है की राज्य में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तो श्री सिद्धू को मंत्रालय में रखने के लिए पाकिस्‍तान ने एक संदेश के ज़रिये सिफारिश की थी उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जाए।
कैप्टन सिंह ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा क‍ि पंजाब में 2017 में सरकार बनने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्री सिद्धू की पैरवी की थी।
उन्होंने कहा कि जब श्री सिद्धू को 2019 में मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया तब भी पाकिस्तान से सिफारिशी संदेश आया कि उन्हें वापस बहाल किया जाए और अगर वह ठीक से काम न कर सकें तो उन्हें हटा दिया जाए।
उन्होंने कहा, “मैं श्री खान से न तो कभी मिला था और न ही व्यक्तिगत तौर पर उन्हें जानता था, इसलिए पंजाब में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद ऐसा संदेश देखकर मैं हैरान ही नहीं हुआ, बल्कि मुझे झटका लगा कि एक व्यक्ति को राज्य का मंत्री पद दिलाने के लिए कैसे दूसरे देश के उनके करीबी दबाव डाल रहे हैं।”
कैप्टन सिंह ने श्री सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा कि उनके पास मंत्रीपद संभालने की योग्यता और क्षमता ही नहीं है। उन्होंने कहा, “पांच वर्ष पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को मैंने श्री सिद्धू की अक्षमता के कारण पार्टी में शामिल न करने की सलाह दी थी। जब कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा था कि वह कैसे हैं, तो मैंने कहा था कि यह व्यक्ति कांग्रेस पार्टी का सदस्य होने के बिल्कुल काबिल नहीं है। इसके बावजूद श्रीमती गांधी ने श्री सिद्धू को पार्टी में शामिल कर लिया था।”
उल्लेखनीय है कि 2017 में पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने पर कैप्टन सिंह की सरकार में श्री सिद्धू मंत्री बने। वह हालांकि लगातार विवादों में बने रहे और 2019 में वह मंत्रिमंडल से बाहर हो गए। उन्होंने कई बार कैप्टन सिंह के नेतृत्व की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। वर्ष 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान जाने के लिए भी श्री सिद्धू की खूब आलोचना हुई।


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.