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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

भाईचारा बनाम भाजपा का है मौजूदा विधानसभा चुनाव : अखिलेश




शामली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव भाईचारा बनाम भाजपा का है जिसमें सपा-रालोद गठबंधन जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ बुधवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये अखिलेश ने कहा कि किसान,नौजवान नकारात्मक सोच की राजनीति करने वाली भाजपा को हटाना चाहते है। जनता के आक्रोश का सामना जगह जगह भाजपा उम्मीदवारों और विधायकों को करना पड़ रहा है। कई गांव में भाजपा के नेताओं को सत्कार की जगह तिरस्कार झेलना पड़ा है।
उन्होने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने लोगों को डरा कर रखा है जबकि जनता सपा गठबंधन की ओर उम्मीद से देख रही है। इस नाते यह डर और उम्मीद के बीच का भी चुनाव है जिसमें जीत जनता की उम्मीदों की होगी। भाजपा सरकार के उत्पीड़न के शिकार किसान इस बार गठबंधन का समर्थन कर रहा है। यह किसानों के मान सम्मान का चुनाव है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा शैली पर कटाक्ष करते हुये सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग मुख्यमंत्री की भाषा का नोटिस ले। उनका हलफनामा देखे कि उन पर कितनी आपराधिक धारायें लगी है। अब तो भाजपा नेतृत्व को भी लगने लगा है कि उन्होने उन्हे मुख्यमंत्री बना कर गलती तो नहीं कर दी। यही कारण है कि योगी को उनकी पसंद का टिकट नहीं दिया गया। उनको घर वापसी का टिकट दे दिया। वास्तव में योगी का कोई दल नहीं है। वह बेदल है इसलिये भाजपा उन्हे पैदल चला रही है और यही कारण है कि उनकी भाषा बदल गयी है।
संसद में मंगलवार को पेश आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार कहती है कि यह अमृत बजट है तो इसका मतलब यह है कि इससे पहले के बजट जहर थे क्या। भाजपा वाले सोचते हैं कि शब्दों से वे जनता को भ्रमित कर सकते हैं। बजट में हीरे और जूते चप्पल सस्ते किये। गरीबों को हीरे से क्या काम और रोजगार के लिये तो युवाओं के जूते तक खिस गये। भाजपा जनता की एक भी परेशानी का निराकरण नहीं कर सकी।
उन्होने कहा कि सपा गठबंधन की सरकार में किसी को कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये डायल 112 के वाहनों की संख्या अगर दोगुनी करनी पड़ेगी तो की जायेगी ताकि पुलिस का रिस्पांस टाइम कम हो सके।
अखिलेश ने कहा कि रालोद को सरकार बनने का बाद पूरा सम्मान दिया जायेगा। उनकी और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच मजबूत केमिस्ट्री को देख कर भाजपा के तोते उड़े हुये है।
उन्होने कहा कि सपा गठबंधन अपने सभी वादे पूरा करेगा। किसानो काे सिचाई के लिये बिजली मुफ्त दी जायेगी। भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में बिजली उत्पादन बढाने की दिशा में कोई काम नहीं किया बल्कि बिजली के बिल बढा कर लोगों की परेशानियों में इजाफा किया। उन्होने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जायेगी।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के टीकाकरण को लेकर दिये गये बयान के जवाब में उन्होने कहा कि उन्होने कभी टीके का विरोध नहीं किया। वे तो चाहते है कि केशव उन्हे जीत का टीका लगाने जरूर आयें।


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.