टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बनी कांग्रेस : मोदी
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में सोमवार को विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला करते हुए उस पर देश की एकता के साथ खतरनाक खेल खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की यह पुरानी पार्टी आज ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर’ बन गयी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को यह सोचना चाहिए कि वह विभिन्न राज्यों में दो-दो, तीन-तीन दशक पहले सत्ता से बाहर हुई तो फिर लौटी नहीं ।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में लौटने की इच्छा-शक्ति खो चुकी है और अब उसकी सोच काम बिगाड़ने की हो गयी है।
उन्होंने महंगाई और अर्थव्यवस्था के प्रबंध पर विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि ‘आज महंगाई पर नियंत्रण सरकार की आर्थिक नीति का एक प्रमुख हिस्सा है।’
संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की लंबी चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी के सामने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वह वक्तव्य था जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने तमिलनाडु का कई बार जिक्र करते हुए कहा था ‘मैं तमिल हूं न।’ श्री गांधी ने श्री मोदी पर देश में ‘शहंशाह’ की तरह सरकार चलाने का भी आरोप लगाया था। लम्बी चर्चा के बाद सदन ने अभिभाषण पर सरकार की ओर से प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया।
श्री मोदी ने अपने लंबे वक्तव्यव में विष्णु पुराण, तमिल महाकवि सुब्रमण्यम भारती की कविता और देश के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताब ‘भारत की खोज’ के अंश का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत एक राष्ट्र है, देश के लोग एक राष्ट्रीय भावना से बंधे हैं और उत्तर में हिमालय से दक्षिण में सागर तक इस भू भाग पर रहने वालों को भारतीय कहा जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति 'फूट डालो राज करो' है। आज कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है।”
उन्होंने स्थानीय वस्तुओं की खरीद के लिए वोकल फार लोकल और मेक इन इंडिया या योग को प्रोत्साहन देने वाली जैसी सरकार की पहलों का मजाक उड़ने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष की ओर से इसका मजाक क्यों उड़ाया जाता है था?”
श्री मोदी ने इस बात पर खेद जताया कि कोविड-19 के चलते देश के सामने शताब्दी का सबसे बड़ा संकट था तो विपक्ष का एक भी नेता ऐसा नहीं था जो देश के लोगों को सावधान रहने , सामाजिक दूरी बनाए रखने या मास्क पहनने और बराबर हाथ धोते रहने की अपील की हो।
श्री मोदी ने कहा कि विपक्ष जान बूझ कर ऐसे ऐसे बयान और निराधार मुद्दे उठाता रहा ताकि कोरोना काल में भारत की सरकार की बदनामी हो।
महंगाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में महंगाई दर हमेशा दस प्रतिशत से ऊंची बनी रही और कीमतों पर नियंत्रण सरकार के हाथ से फिसल चुका था। इसके विपरीत राजग के कार्यकाल में कोरोना से पहले महंगाई पांच प्रतिशत के करीब थी तथा खाद्य मुद्रास्फीति तीन प्रतिशत के आस-पास थी। उन्होंने कहा जब देश की अर्थव्यवस्था विश्व बाजार बहुत कम जुड़ी हुई थी तो प्रधम प्रधानमंत्री नेहरू जी ने लाल किले से कहा था कि कोरिया या अमेरिका में कुछ होता है तो उसका असर भारत में कीमतों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि ‘यह देश का सौभाग्य है कि आज कांग्रेस शासन में नहीं है नहीं तो महंगाई का ठीकरा कोरोना के सर फोड कर आगे निकल गयी होती।’
उन्होंने कहा कि अमेरिका और ओईसीडी (विकसित देशों) में महंगाई दर आज सात प्रतिशत तक पहुंच गयी है पर भारत ने इसको काबू में रखा है। सरकार ने कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे कर लोगों को कठिनाइयों से बचाया।
उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम इन दिनों अखबारों में अर्थव्यवस्था पर लेख लिख रहे हैं पर उन्होंने महंगाई रोकने में उस समय की सरकार की विफलता को छुपाने के लिए 2012 में तर्क दिया था कि लोग जब पानी की बोतल पर 15 और आइसक्रीम पर 20 रुपये खर्च करते हैं तो परेशान नहीं होते लेकिन उन्हें गेहूं-चावल की कीमत में एक रुपये की बढ़ोतरी हुई तो जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती है।
उन्होंने रक्षा सौदों में गड़बड़ियों की ओर संकेत करते हुए कहा , ‘मुझे पता है कि मेक इन इंडिया से कुछ लोगों के पेट में दर्द क्यों होता है।’ मोदी ने कहा कि इस बार के बजट में रक्षा साजो सामान की खरीद देश के अंदर से करने का स्पष्ट प्रावधान किया गया है। भारत हथियारों का निर्यातक बन रहा है।
श्री मोदी विपक्ष से आजादी के अमृतकाल में मिल कर देश को आजदी की सौवीं वर्ष गांठ पर एक विकसित और मजबूत देश के रूप में खड़ा करने में सहयोग की भावना से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘ हम सब संस्कार से व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संप्रग सरकार के समय गरीबी की परिभाषा बदल कर 17 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर करने का श्रेय ले लिया। गरीबी हटाओं का नारा देने वाली कांग्रेस गरीबी तो नहीं हटा सकी पर गरीबों ने उसे जरूर हटा दिया। अगर आज कांग्रेस सत्ता में होती तो उसने महंगाई बढ़ने के लिए कोविड को जिम्मेदार ठहराया होता और आगे बढ़ गई होती।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस की असलियत को देश ने पहचान लिया है इस लिए आज कांग्रेस के लोक सभा सदस्यों की संख्या 44 तक सीमित हो गयी है। उन्होंने कहा, ‘देश की जनता आपको पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं।”
उन्होंने कहा नगालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कांग्रेस को जिताया था ....ओडिशा में पिछले 27 साल में कांग्रेस को सत्त में जगह नहीं मिली है। गोवा में कांग्रेस आखरी बार 1994 में पूर्ण बहुमत से जीती थी। उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार की जनता ने आखिरी बार 1985 में करीब 37 साल पहले कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए वोट किया था। पश्चिम बंगाल के लोगों ने आखिरी बार करीब 50 साल पहले 1972 में कांग्रेस को पसंद किया था। मोदी ने कहा, ‘ जिस प्रकार से आप बोलते हैं, जिस प्रकार से आप मुद्दों को जोड़ते हैं तो ऐसा लगता है कि आपने मन बना लिया है कि आपको 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है।”