उत्तर प्रदेश में पहले चरण के लिए मतदान शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के पहले चरण के लिये गुरुवार को 11 जिलों की 58 सीटों पर पूर्व निर्धारित समय के अनुसार सुबह 07:00 बजे शांतिपूर्ण तरीके से मतदान शुरु हो गया।
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिये की गयी व्यापक तैयारियों के बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजामोें के साये में मतदान शुरु होने की जानकारी दी है। आयोग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ मथुरा और हाथरस जिलों की 58 सीटों पर 10,833 मतदान केन्द्रों के 25,880 मतदान स्थलों पर समय से मतदान शुरु होने की जानकारी दी है। इस चरण में सायं 06:00 बजे तक होने वाले मतदान में 11 जिलों के 2.28 करोड़ मतदाता 73 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 623 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर देंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मतदान शुरु होने आधा घंटे बाद तक कुछ एक मतदान केन्द्रों पर इक्का दुक्का मतदाता पहुंचे। सर्द सुबह में शुरु हुए मतदान के बीच मतदाताओं को धूप निकलने का इंतजार है। कोविड प्रोटोकॉल के तहत मतदाताओं को मास्क पहन कर ही मतदान केन्द्र में अंदर जाने की इजाजत है। इसके अलावा चुनाव आयोग ने सेनेटाइजर और थर्मल स्केनिंग सहित अन्य इंतजाम भी मतदान केन्द्रों पर किये गये हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील विधान सभा क्षेत्रों के रूप में चिन्हित खैरागढ़, फतेहाबाद, आगरा दक्षिण, बाह, छाता, मथुरा, सरधना, मेरठ शहर, छपरौली, बड़ौत, बागपत व कैराना के 5535 मतदान स्थलों काे ‘अति संवेदनशील’ श्रेणी में रखते हुये सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किये गये हैं।
सुरक्षा इंतजामों के तहत मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गयी है। संवेदनशील इलाकों में केन्द्रीय सुरक्षा बलों द्वारा मतदान शुरु होने से पहले फ्लैग मार्च किया गया। जिससे मतदाता बेखौफ होकर मतदान कर सकें।
साथ ही पहले चरण वाली सीटों पर महिला चुनावकर्मियों द्वारा संचालित 138 पिंक बूथ पर 261 महिला पुलिसकर्मी और 59 महिला पुलिस निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक तैनात की गयी हैं। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिये केन्द्रीय सुरक्षा बल की 800 कंपनियां दी गयी हैं। इनमें से 724 कंपनियां मतदान केन्द्रों की सुरक्षा में लगायी गयी हैं।
पहले चरण के चुनाव मैदान में योगी सरकार के नौ मंत्री भी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें श्रीकांत शर्मा (मथुरा), अतुल गर्ग (गाजियाबाद), सुरेश राणा (थाना भवन), कपिल देव अग्रवाल (मुजफ्फरनगर), संदीप सिंह (अतरौली), चौधरी लक्ष्मी नारायण (छाता), अनिल शर्मा (शिकारपुर), जीएस धर्मेश (आगरा कैण्ट) और दिनेश खटीक (हस्तिनापुर) शामिल हैं।
पहले चरण के मतदान वाली 58 सीटों में से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 53 सीटें जीती थीं। जबकि सपा बसपा ने 2-2 और रालोद ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की मजबूत किलेबंदी को तोड़ने के लिये इस बार सपा और रालोद ने चुनावी गठबंधन किया है। इस गठबंधन की सफलता को भी पहले चरण के चुनाव में ही परखा जायेगा।