उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुरु
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण के लिये सोमवार को नौ जिलों की 55 सीटों पर पूर्व निर्धारित समय के अनुसार सुबह सात बजे शांतिपूर्ण तरीके से मतदान शुरु हो गया।
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिये की गयी व्यापक तैयारियों के बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजामोें के साये में मतदान शुरु होने की जानकारी दी है। इस चरण के मतदान के लिये 21 जनवरी को चुनाव की अधिसूचना जारी हुयी थी।
आयोग ने दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा, सहारनपुर और बिजनौर जिले और रूहेलखंड के रामपुर, संभल, मुरादाबाद, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर जिलों की 55 सीटों पर 12,544 मतदान केन्द्रों के 23,404 मतदेय स्थलों पर समय से मतदान शुरु होने की जानकारी दी है। इस चरण में शाम छह बजे तक होने वाले मतदान में नौ जिलों के 2.02 करोड़ मतदाता 69 महिला उम्मीदवारों समेत कुल 586 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर देंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मतदान शुरु होने के समय कुछ एक मतदान केन्द्रों पर इक्का दुक्का मतदाता पहुंचे। सर्द सुबह में शुरु हुए मतदान के बीच मतदाताओं को धूप निकलने का इंतजार है। कोविड प्रोटोकॉल के तहत मतदाताओं को मास्क पहन कर ही मतदान केन्द्र में अंदर जाने की इजाजत है। इसके अलावा चुनाव आयोग ने सेनेटाइजर और थर्मल स्केनिंग सहित अन्य इंतजाम भी मतदान केन्द्रों पर किये गये हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील विधान सभा क्षेत्रों के रूप में चिन्हित नगीना, धामपुर, बिजनाैर, असमोली, संभल, देवबन्द, रामपुर मनिहारन एवं गंगोह के 4917 मतदान स्थलों काे ‘अति संवेदनशील’ श्रेणी में रखते हुये सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किये गये हैं।
सुरक्षा इंतजामों के तहत मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गयी है। संवेदनशील इलाकों में केन्द्रीय सुरक्षा बलों द्वारा मतदान शुरु होने से पहले फ्लैग मार्च किया गया। जिससे मतदाता बेखौफ होकर मतदान कर सकें।
साथ ही पहले चरण वाली सीटों पर महिला चुनावकर्मियों द्वारा संचालित 122 पिंक बूथ पर 488 महिला पुलिसकर्मी और 42 महिला पुलिस निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक तैनात की गयी हैं। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिये केन्द्रीय सुरक्षा बल की 794.1 कंपनियां दी गयी हैं। इनमें से 733 कंपनियां मतदान केन्द्रों की सुरक्षा में लगायी गयी हैं।
दूसरे चरण के मतदान वाली 55 सीटों में से लगभग 25 सीटों पर मुस्लिम मतदाता और 20 से अधिक सीटों पर दलित मतदाता हार जीत का फैसला करते हैं। इस वजह से इन जिलों की मुस्लिम और दलित बहुल सीटों वाले इलाके समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गढ़ माने जाते हैं।