मोदी 28 मार्च को गरीब परिवारों के 'गृह प्रवेश' कार्यक्रम में होंगे शामिल
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मार्च को मध्यप्रदेश में गरीब परिवारों के लिए निर्मित 05 लाख 28 हजार मकानों के 'गृह प्रवेश' कार्यक्रम में वर्चुअली तरीके से शामिल होंगे और अपने विचार भी साझा करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में यह जानकारी दी। वे राज्यपाल के अभिभाषण पर सात मार्च को पेश किए गए कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे।
श्री चौहान ने बताया कि वर्ष 2011 की सूची के अनुसार राज्य में 30 लाख गरीबों को मकान देने का प्रावधान किया गया है। अब तक 23 लाख मकान बन चुके हैं और शेष के बारे में कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि इस साल के अंत तक सभी 30 लाख मकान बन जाएंगे।
श्री चौहान ने बताया कि इसके अलावा सरकार, अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिलाओं और अन्य सभी वर्गों के हित में योजनाएं बनाते हुए कार्य कर रही है। इन सभी वर्गों के हित और कल्याण ही सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सड़क, बिजली, सिंचाई और अन्य ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी विस्तार से बताया।
श्री चौहान ने राज्य सरकार की ओर से लिए जा रहे कर्ज के संबंध में विपक्षी सदस्यों की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि विकास के लिए कर्ज लेना आवश्यक है और सरकार निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करते हुए कर्ज ले रही है। उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर सरकार विकास के कार्य कर रही है और इसका असर भी दिखायी दे रहा है। उन्होंने इसके समर्थन में अनेक आकड़े भी पेश किए। उन्होंने कहा कि राज्य का सकल घरेलु उत्पाद (एसजीडीपी) दस वर्षों में 09 लाख करोड़ रुपयों से अधिक हो गया है। इसी तरह राज्य से निर्यात भी 14 गुना बढ़ा है।
श्री चौहान ने जनजातीय गौरव बढ़ाने की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में बताया और कहा कि सरकार ने जनजातीय नायकों को पद्मश्री और भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, भीमा नायक जैसे जनजातीय गौरव को सम्मान दिलाने का कार्य किया है।
कांग्रेस सदस्यों की टोकाटाकी के बीच श्री चौहान ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने बदले की भावना के साथ कार्य किया था। उन्होंने वर्तमान भाजपा विधायकों के नाम और उनके साथ घटी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह के कार्य पूर्व में कभी नहीं हुए। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार इस तरह के कार्यों में विश्वास नहीं करती है।
श्री चौहान ने अभिभाषण में बार बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र आने पर विपक्षी की आपत्तियों का भी जवाब दिया और कहा कि श्री मोदी का नाम क्यों नहीं लिया जाना चाहिए। उनके कार्यकाल में ही जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटायी गयी। ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ है। उनके नेतृत्व में भी भारत और मध्यप्रदेश ने विश्व के अभूतपूर्व कोरोना संकटकाल से निपटने में सफलता पायी है। देश में ही निर्मित वैक्सीन जनता को लगायी गयी है और इसी वजह से तीसरी लहर का असर काफी कम रहा।
उन्होंने कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस अब भी सबक सीखने तैयार नहीं है। उन्होंने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि 02 नेता, जिन्होंने चुनाव में नेतृत्व किया। भाई बहन, लेकिन उत्तरप्रदेश में मात्र 02 सीट, 02 प्रतिशत वोट और 379 स्थानों पर जमानत जप्त हो गयी।
हालाकि इसके बाद कांग्रेस के अनेक सदस्यों ने भी टिप्पणियां कीं और सत्तारूढ़ दल भाजपा के सदस्यों ने भी इनका जवाब दिया। अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी से शांत रहने और श्री चौहान को जवाब देने के लिए कहा।