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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

सीएम भगवंत मान की कैबिनेट ने ली शपथ,जानें पंजाब के मंत्रियों के बारे में सबकुछ




चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सियासत के एक नए युग की शुरुआत की है. 92 सीटें जीतकर बहुमत के साथ सरकार बनाकर आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को मुख्यमंत्री बनाया है. अब भगवंत मान ने अपने मंत्रिमंडल की भी घोषणा कर दी है. पंजाब सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर अपने नए मंत्रिमंडल के बारे में जानकारी दी. 

हरपाल सिंह चीमा
2017 में पहली बार विधायक बने। एससी समाज से आते हैं। इनकी उम्र 47 साल है। पंजाब के सबसे बड़े मालवा क्षेत्र से आते हैं। संगरूस के दिड़बा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2018 में वह विपक्ष के नेता बने थे।

बलजीत कौर
बलजीत कौर मान कैबिनेट की अकेली महिला हैं। वह एससी समाज से आती हैं। वह आंखों की डॉक्टर हैं। बलजीत कौर भी मालवा क्षेत्र से आती हैं। इनकी उम्र 46 साल की है। मलोट विधानसभा सीट से वह पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंची हैं। 

हरभजन सिंह ईटीओ
अमृतसर की जंडियाला सीट से हरभजन सिंह ईटीओ विधायक चुने गए हैं। वह पहले पीसीएस अफसर हुआ करते थे। नौकरी छोड़कर वह राजनीति में आ गए। 2017 में वह चुनाव हार गए थे। वह माझा क्षेत्र से आते हैं और 53 साल के हैं।

विजय सिंघला
विजय सिंघला मानसा से विधायक बने हैं. उन्होंने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को हराया है। वह पेशे से दांतों के डॉक्टर हैं। उन्होंने मूसेवाला को 63 हजार वोटों से हराया। वह मालवा क्षेत्र से आते हैं और 52 साल के हैं। वह पहली बार विधायक बने हैं।

लालचंद कटारुचक
कटारुचक भोआ सीट से विधायक बने हैं। उन्होंने कांग्रेस के जोगिंदर पाल को हराया है। वह केवल 10वीं पास हैं। वह माझा क्षेत्र से आते हैं। कहा जाता है कि ग्रामीण इलाकों पर इनकी अच्छी पकड़ है। वह 51 साल के हैं।

गुरमीत सिंह मीत हेयर
गुरमीत सिंह मीत दूसरी बार विधायक बने हैं. वह केवल 32 साल के हैं। वह बरनाला सीट से जीतकर आए हैं। वह एक इंजिनियर हैं। वह पंजाब में आम आदमी पार्टी के यूथ विंग के अध्यक्ष हैं। 2011 में वह अन्ना आंदोलन से  जुड़े थे।

कुलदीप सिंह धालीवाल
कुलदीप सिंह धालीवाल लंबे समय से आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े हैं। वह अजनाला से चुनाव जीतकर आए हैं। वह 10वीं पास हैं। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी को हराया था। वह 60 साल के हैं और माझा क्षेत्र से आते हैं।

लालजीत सिंह भुल्लर
लालजीत सिंह तरनतारन के पट्टी से विधायक बने हैं। वह 12वीं पास हैं। उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के दामाद को हराया है। वह पहली बार विधायक चुने गए हैं। भुल्लर 40 साल के हैं। वह माझा क्षेत्र से आते हैं। 

ब्रह्म शंकर जिम्पा
जिम्पा पहले कांग्रेस में थे। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व मंत्री को हराया है। वह 56 साल के हैं। 19 अप्रैल 2021 को वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। वह होशियारपुर से विधायक बने हैं। वह द्वाबा क्षेत्र से आते हैं। वह 12वीं पास हैं।

हरजोत बैन्स
हरजोत बैन्स मान कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री हैं। वह 31 साल के हैं। रूपमनगर जिले के आनंदपुर साहिब सीटकर जीतकर आए हैं। वह पिछली बार आम आदमी पार्टी के ही टिकट  पर चुनाव हार गए थे। वह एक वकील हैं।

2017 में पहली बार विधायक बने। एससी समाज से आते हैं। इनकी उम्र 47 साल है। पंजाब के सबसे बड़े मालवा क्षेत्र से आते हैं। संगरूस के दिड़बा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2018 में वह विपक्ष के नेता बने थे।

‘राज्य के लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करेंगे’
पत्रकारों से बात करते हुए आप के कई विधायकों ने कहा कि वे राज्य के लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करेंगे. मोगा से आप विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा ने कहा, ‘हमें शून्य से शुरुआत करनी होगी क्योंकि पूरी व्यवस्था को बदलना होगा. हम सभी काम करेंगे. जो भी गारंटी का वादा किया गया है उसे पूरा किया जाएगा. पंजाब को एक आदर्श राज्य के रूप में दिखाया जाएगा.’


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

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    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

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    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.