अभिषेक के जन्मदिन पर बधाई का तांता, कार्यालय के बाहर हुई भारी भीड़ >>>>>>>>>>> >>> वातावरण बंगाल की खाड़ी में फिर से बनेगा निम्न दबाव, मौसम में बदलाव के आसार >>>>>>>>>>> >>> अब गंगा के नीचे कोलकाता से हावड़ा तक बनेगा सुरंग मार्ग, केंद्र सरकार ने बनाई योजना >>>>>>>>>>> >>> पोस्ता पूजा के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा "बंगाल को अपना घर बनाएं" >>>>>>>>>>> >>> अमित शाह की मौजूदगी में ‘भड़काऊ’ टिप्पणी के आरोप में मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

मायावती को गठबंधन के लिए कहा, जवाब तक नहीं दिया : राहुल




नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने गठबंधन कर जीत के बाद मुख्यमंत्री बनने को कहा था लेकिन उन्होंने इसका जवाब तक नहीं दिया और खुद को दलितों का मसीहा बताने वाली इस नेता ने दलितों की आवाज बनने से ही इन्कार कर दिया।
श्री गांधी ने शनिवार को यहां के. राजा की पुस्तक ‘द दलित ट्रुथ’ के विमाेचन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सीबीआई, ईडी, पेगासस का डर इन चुनावों में भी भारी पड़ा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस तरह का भय लोगों में रहा है जिसके कारण भाजपा की जीत का रास्ता आसान हो गया।
उन्होंने कहा कि “आपने देखा होगा मायावती जी ने चुनाव ही नहीं लड़ा। हमने मायावती जी को मैसेज दिया, अलायंस करिए, चीफ मिनिस्टर बनिए, बात तक नहीं की। मैं कांशी राम जी की रिस्पेक्ट करता हूँ, खून पसीना देकर दलित आवाज जो थी उत्तर प्रदेश की, उसको उन्होंने जगाया। कांग्रेस का नुकसान हुआ, वो अलग बात है, मगर उस आवाज को जगाया। आज मायावती जी कहती हैं कि मैं उस आवाज के लिए लडूंगी नहीं। खुला रास्ता दे दिया। क्यों -सीबीआई, ईडी, पेगासस का डर है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि डाॅ भीमराव अंबेडकर ने संविधान बनाने और उसको विकसित कर दलितों को संरक्षण देने का काम किया। डॉ अम्बेडकर ने हमें जो हथियार दिया आज उसका कोई मतलब नहीं रह गया है क्योंकि यहां बहुमत की नहीं बल्कि बाहु के बल पर सत्ता पर आने वाले की मनमर्जी चल रही है। श्री गांधी ने कहा “मेरे ऊपर देश का कर्ज है, मैं सोचता हूं कि मेरे देश ने मुझे जो प्यार दिया, जो इज्जत दी, मैं उसको कैसे निभाऊं।”


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.