सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर पुलिस और किसानों में जबरदस्त झड़प, राजमार्ग जाम
सोनीपत। हरियाणा में सोनीपत के कुंडली बॉर्डर को पार करके दिल्ली की सीमा में घुसने पर शुक्रवार को विभिन्न किसान संगठनों के हजारों किसानों और पुलिस बल के बीच जोरदार संघर्ष हो गया। पुलिस ने किसानों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे तो किसानों की ओर से पथराव किया गया। बाद में दबाव में आए दिल्ली पुलिस प्रशासन ने बॉर्डर से बैरिकेड्स हटाकर किसानों को बुराड़ी के मैदान में पहुंचने का प्रस्ताव रखा मगर किसानों ने इसे सिरे से ठुकरा दिया और रामलीला मैदान में पहुंचने और अपनी मांगों को लेकर विरोध स्वरूप राजमार्ग के बीच में ही जम गए।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पानीपत की ओर से चलकर आज विभिन्न किसान संगठनों से हजारों अति उत्साही किसान सुबह करीब 10 बजे कुंडली बॉर्डर पर इकट्ठा होना शुरू हो गए। कुछ ही घंटों में सोनीपत की सीमा में कुंडली बॉर्डर पर हजारों किसान इकट्ठे हो गए। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस, बीएसएफ, सीआईएसएफ और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया। किसान पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़कर दिल्ली की सीमा में घुसने को बेताब थे। मगर पुलिस की सतर्कता और सख्ती के कारण उनको इसमें कामयाबी नहीं मिली। कई बार किसानों दोबारा जोरदार प्रयास किए जाने पर पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। जिसमें 15 किसान चोटिल भी हुए। दो की हालत गंभीर होने पर उन्हें सोनीपत के सामान्य नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उधर, बाद दोपहर दबाव में आई दिल्ली पुलिस की ओर से घोषणा की गई कि दिल्ली में घुसने के रास्ते में लगाए गए सभी अवरोधक हटाए जा रहे हैं और किसान यहां से होते हुए बुराड़ी स्थित निरंकारी मिशन के मैदान में एकत्र हो सकते हैं। मगर किसान संगठनों ने दिल्ली पुलिस के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। किसान बुराड़ी मैदान की बजाय रामलीला मैदान पहुंचने की इजाजत मांग रहे थे।
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि रामलीला मैदान में जाकर शांति पूर्वक अपना धरना देंगे। अगर वह बुराड़ी के मैदान में पड़ाव डालते हैं तो वहां उनकी बात को सुनने वाला कोई नहीं होगा। ऐसे में कई दिन से अथक प्रयास करके यहां पहुंचे हजारों किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। रामलीला मैदान में पहुंचने की बात और तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में हजारों की संख्या में किसानों ने हाईवे के बीचों बीच में ही पड़ाव डाल दिया।
किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण आज दिनभर राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर कुंडली बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह अवरुद्ध रहा। बड़े वाहनों की तो बात अलग दुपहिया वाहनों को भी बॉर्डर क्रॉसिंग की इजाजत नहीं मिली। इसके चलते दिनभर हजारों वाहन संपर्क मार्गों पर भटकते रहे। (वार्ता)