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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ हार्दिक पटेल आज थामेंगे भाजपा का दामन



 भाजपा सरकार के खिलाफ आरक्षण आंदोलन कर राजनीति में आए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल गुरुवार को भाजपा में शामिल होंगे। हार्दिक के भाजपा में आने से पार्टी का सौराष्ट्र गढ़ मजबूत होगा। पिछले चुनाव में यहां की 27 में से नौ सीट ही भाजपा को हाथ लगी थी। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के बैनर तले वर्ष 2015 में आरक्षण आंदोलन कर देश में अपनी पहचान बनाने वाले हार्दिक दो जून को भाजपा का दामन थाम लेंगे। हार्दिक ने 18 मई को कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी में हो रही उपेक्षा व प्रदेश के नेताओं से अनबन के चलते हार्दिक कांग्रेस में नहीं टिक सके। आरक्षण आंदोलन के कारण ही अगस्त 2016 में आनंदीबेन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। बाद में उन्हें उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। 2017 के चुनाव में हार्दिक ने बाहर रहकर कांग्रेस की मदद की, जिससे पार्टी ने ढाई दशक में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन सत्ता से दूर रही।

सोनिया गांधी को लिखे पत्र में हार्दिक पटेल ने खड़े किए थे कई सवाल

हार्दिक पटेल ने इस्तीफा देते समय आलाकमान पर भी जमकर निशाना साधा था. उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में पार्टी को लेकर कई बातों कही थी. उन्होंने लिखा था कांग्रेस पार्टी अब सिर्फ विरोध की राजनीति तक ही सीमित रह गई है. जनता के विकास के लिए कुछ नहीं सोचा जा रहा है. पटेल ने अपने पत्र में लिखा था कि अयोध्या में राम मंदिर से लेकर सीएए-एनआरसी मुद्दे हों या जम्मू कश्मीर से धारा 320 हाटाना हो, कांग्रेस ने इन्हें लेकर सिर्फ विरोध ही किया लेकिन समाधान के लिए कुछ नहीं किया. कांग्रेस का रवैया सिर्फ केंद्र सरकार का विरोध करना ही रह गया है.



भारत

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    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

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    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

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    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.