नई दिल्ली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में विपक्ष ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुनने का मन बना लिया है। सबसे पहला नाम एनसीपी प्रमुख शरद पवार का आया। हालांकि, उन्होंने इस पर इनकार कर दिया। इसके बाद फारूक अब्दुल्ला के नाम पर भी चर्चा हुई। रेस में पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी का भी नाम है।
उधर, राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। कल शुरू हुई प्रक्रिया के पहले दिन 11 लोगों ने नामांकन दाखिल किया। चुनाव आयोग ने नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 29 जून तक रखी है। उधर, सत्तारुढ़ बीजेपी की ओर से राजनाथ सिंह उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिए विपक्ष के साथ बातचीत कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी के प्रमुख नवीन पटनायक और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव से भी बात की है। वह अन्य राजनीतिक दलों के नेता से भी बात करेंगे। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग 18 जुलाई को होने वाले 16वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर चुका है। इस चुनावी मैदान से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 2 जुलाई है। चुनाव 18 जुलाई को होगा और मतगणना 21 जुलाई को होगी।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.