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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

ढह गया सपा का किला, आजमगढ़, रामपुर में खिला कमल



यूपी की दो लोकसभा सीटों रामपुर और आजमगढ़ उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. दोनों ही सीटों पर बीजेपी ने कमल खिलाया है. सपा के मजबूत गढ़ कहे जाने वाले रामपुर में घनश्याम लोधी ने आसिम रजा को 42 हजार से अधिक मतों से हराया, वहीं आजमगढ़ में भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल निरहुआ ने सपा प्रत्याशी और अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव को 10 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी. बता दें कि दोनों ही सीटों पर 23 जून को मतदान हुआ था. 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों ही सीटों पर समाजवादी पार्टी ने कब्ज़ा जमाया था. इस हार के बाद लोकसभा में समाजवादी पार्टी की संख्या पांच से घटकर तीन रह गई. मतदान में कम वोटिंग प्रतिशत ने सभी दलों की चिंता बढ़ा दी थी. रामपुर में 41.39 फीसदी तो आजमगढ़ में 49.43 फीसदी मतदान हुआ था. रामपुर से 6 तो आजमगढ़ से 13 प्रत्याशी मैदान में थे. देखने हालांकि असल मुकाबला समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच ही रहा. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों ही सीटों पर सपा का कब्ज़ा रहा था. आजमगढ़ से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तो रामपुर से आजम खान की जीत हुई थी. लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक बनने के बाद दोनों ही नेताओं ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसकी वजह से उपचुनाव हुआ. रामपुर में सपा की तरफ से आसिम राजा और बीजेपी के घनश्याम लोधी मैदान में थे, जबकि बसपा ने यहां से उम्मीदवार नहीं उतरा. आजमगढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला. सपा ने धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा, जबकि बीजेपी की तरफ से दिनेश लाल यादव निरहुआ ताल ठोकते नजर आए. बसपा ने शाह आलम उर्फ़ गुड्डू जमाली को मैदान में उतारा. चुनाव प्रचार के दौरान जहां एक ओर अखिलेश यादव नजर नहीं आए वहीं बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही सीटों पर प्रचार करने पहुंचे और बीजेपी उम्मीदवार के लिए वोट मांगे.


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.