पीएम मोदी आज करेंगे अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा, रोपवे समेत 1780 करोड़ की योजनाओं का देंगे सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज काशी आएंगे। अपने संसदीय क्षेत्र में लगभग पांच घंटे प्रवास के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। प्रोटोकाल के तहत पीएम सुबह लगभग दस बजे लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा पर विमान से उतरेंगे। हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन आएंगे। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगवानी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल तो पुलिस लाइन हेलीपैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। पीएम पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर आएंगे।
सुबह करीब 10:30 बजे प्रधानमंत्री रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में 1780 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का तोहफा देंगे.
आज वर्ल्ड टीबी डे के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एक विश्व टीबी शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे. ये शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की ओर से आयोजित किया जा रहा है. साल 2001 में स्थापित, स्टॉप टीबी पार्टनरशिप संयुक्त राष्ट्र की ओर से होस्ट किया गया संगठन है जो टीबी से प्रभावित लोगों, समुदायों और देशों की आवाज़ को बढ़ाता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज काशी आएंगे। अपने संसदीय क्षेत्र में लगभग पांच घंटे प्रवास के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। प्रोटोकाल के तहत पीएम सुबह लगभग दस बजे लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा पर विमान से उतरेंगे। हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन आएंगे। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगवानी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल तो पुलिस लाइन हेलीपैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। पीएम पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर आएंगे।
सुबह करीब 10:30 बजे प्रधानमंत्री रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में 1780 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का तोहफा देंगे.
आज वर्ल्ड टीबी डे के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एक विश्व टीबी शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे. ये शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की ओर से आयोजित किया जा रहा है. साल 2001 में स्थापित, स्टॉप टीबी पार्टनरशिप संयुक्त राष्ट्र की ओर से होस्ट किया गया संगठन है जो टीबी से प्रभावित लोगों, समुदायों और देशों की आवाज़ को बढ़ाता है.