चेन्नई, 27 अक्टूबर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने शुक्रवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह से राज्य को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत करीब 2,696.77 करोड़ रुपये जारी करने का आग्रह किया।
गिरिराज सिंह को लिखे एक अर्ध आधिकारिक पत्र में, जिसकी प्रतियां यहां मीडिया को जारी की गईं, स्टालिन ने उनसे अकुशल श्रमिकों को नियमित रूप से अतिरिक्त धनराशि जारी करने का भी आग्रह किया और इस संबंध में उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की। स्टालिन ने कहा कि मनरेगा ग्रामीण क्षेत्रों में सभी पंजीकृत परिवारों को रोजगार के अवसर प्रदान करने वाली महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है और यह एकमात्र योजना है जो ग्रामीण लोगों को आजीविका के अवसर प्रदान करती है और साथ ही गांव के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए और ग्रामीण लोगों की मांग पर बड़े स्तर पर टिकाऊ ग्रामीण संपत्तियां बनाती है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मापदंडों के तहत महात्मा गांधी नरेगा के कार्यान्वयन में तमिलनाडु हमेशा शीर्ष प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 92.86 लाख परिवारों को जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से करीब 76.15 लाख परिवारों के लगभग 91.52 लाख श्रमिक नियमित रूप से मनरेगा कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में कृषि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वर्षा और पूर्वोत्तर मानसून की चक्रवाती बारिश पर बहुत अधिक निर्भर है, इसलिए उपरोक्त मानसून में से किसी एक में भी अनियमितता के कारण मनरेगा कार्यों की मांग बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा, 'विशेष रूप से, मनरेगा द्वारा महिला सशक्तिकरण को महसूस किया गया है, क्योंकि अधिकांश कार्यबल महिलाएं हैं और उनके बैंक खाते में मजदूरी जमा करने से उनकी वित्तीय स्थिति में काफी सुधार हुआ है।'
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.