देहरादून, 12 नवंबर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन साढ़े चार किलोमीटर लम्बी टनल में रविवार सुबह भू-धंसाव के कारण मलवे में चालीस मजदूर फंस गए। विभिन्न राज्यों के रहने वाले इन मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए युद्धस्तर पर राहत कार्य चल रहा है। मजदूरों को सांस लेने के लिए टनल के भीतर बिछी पानी की पाइप लाइनों के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
उत्तरकाशी के जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला ने आज शाम बताया कि सिल्कियारा में निर्माणाधीन टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान तेजी से जारी है। फंसे हुए मजदूरॉ तक पानी के लिए बिछाए गए पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। सुरंग से मलवा हटाने और फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एस्केप पैसेज बनाने का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है।
उन्होंने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन के द्वारा विभिन्न राहत और बचाव एजेंसियों और तकनीकी संगठनों तथा एनएचआईडीसीएल का सहयोग लेकर के बचाव अभियान संचालित किया जा रहा है।
मौके पर उपस्थित श्री रुहेला के साथ विभिन्न अधिकारी भी मौजूद हैं। अत्याधुनिक मशीनों से मलवा हटाने का काम जारी है। प्रशासन ने सभी चालीस मजदूरों के नाम, पाते की सूची भी जारी कर दी है। जिसमें कई राज्यों के मजदूर शामिल हैं।
इस बीच, जिलाधिकारी ने जिले के सभी अधिकारियों के छुट्टियां रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने औऱ राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीसों घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.