नयी दिल्ली 22 नवंबर केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ देशभर की 203 ग्राम पंचायतों में एक लाख 66 हजार लोगों तक पहुंंची है और 33 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनायें गये हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ में 21 नवंबर तक, 203 ग्राम पंचायतों में 1232 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसमें कुल 1,66,000 से अधिक लोग शामिल हुए है। ये शिविर लोअर सुबनसिरी -अरुणाचल प्रदेश, डांग- गुजरात, राजौरी- जम्मू-कश्मीर, उत्तर और मध्य अंडमान, कोरापुट- ओडिशा और वन्थाडापल्ली -आंध्र प्रदेश में आयोजित किये गये हैं।
पूरे देश में केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत की। तात्कालिक सेवा-सुविधा के लिए, डाक विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों द्वारा विभिन्न शिविर लगाए जा रहे हैं।
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तहत ऑन-स्पॉट सेवाओं के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के रुकने वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। पहले सप्ताह के अंत तक शिविरों में 33 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 21 हजार से अधिक कार्ड वितरित किए गए। लक्षणों, बलगम परीक्षण और एनएएटी मशीनों का उपयोग करके टीबी के रोगियों की जांच की जा रही है। पहले सप्ताह में 41 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 4,000 से अधिक को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भेजा गया है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमए) के तहत टीबी से पीड़ित मरीजों को निक्षय मित्रों से सहायता प्राप्त करने के लिए सहमति ली जा रही है। निक्षय मित्र बनने के इच्छुक प्रतिभागियों का ऑन-स्पॉट पंजीकरण भी किया जा रहा है। पहले सप्ताह के अंत तक, 2,500 से अधिक रोगियों ने पीएमटीबीएमबीए के तहत सहमति दी और 1400 से अधिक नए निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए।
सिकल सेल रोग से पीड़ितों की पहचान के लिए 24 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 1100 लोगों में टीबी के लक्षण पाये गये। लगभग एक 35 हजार लोगों की उच्च रक्तचाप और मधुमेह की जांच की गई। सात हजार से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप और सात हजार से अधिक लोगों को मधुमेह के लिए सकारात्मक होने का संदेह था।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.