नयी दिल्ली, 21 फरवरी आम आदमी पार्टी( आप) ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में तैनात एक सिख आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहकर अपमानित किया है और पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है।
‘आप’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने आज कहा,“ बंगाल में ड्यूटी पर तैनात आईपीएस अधिकारी को भाजपा नेताओं ने खालिस्तानी बोलकर अपमानित किया है। भाजपा नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर उस आईपीएस अधिकारी को केवल इसलिए खालिस्तानी बोला क्योंकि वह एक सिख परिवार में पैदा हुए और वह सर पर पगड़ी बांधते हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि भाजपा के नेताओं में ऊपर से लेकर नीचे तक किस तरह की नफरत की विचारधारा को कूट-कूट कर भरा गया है।”
उन्होंने कहा,“ भारत के अंदर सिख धर्म को मानने वालों का एक लंबा इतिहास है। इस देश में शहीदों की फ़ेहरिस्त में पंजाबी सबसे ऊपर हैं। ऐसे में अपनी विरासत और स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानों को एक तरफ करके आज सत्ता के अहंकार में भाजपा के नेताओं को यह अधिकार मिल गया है कि वह आज देश में सबको सर्टिफिकेट बांटती घूम रही है। उनके लिए कोई भी देशद्रोही, आतंकवादी, खालिस्तानी या नक्सलवादी हो जाता है। आम आदमी पार्टी कड़े शब्दों में भाजपा नेताओं के इस व्यवहार की निंदा करती है और यह मांग करती है कि भाजपा के नेता इस घटना के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। भारत देश कभी भी जाति, धर्म या भाषा के आधार पर इस प्रकार के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.