नयी दिल्ली 07 मार्च राजधानी के राउज एवेन्यू कोर्ट ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नया समन जारी कर 16 मार्च को पेश होने को कहा।
यह आदेश प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले के संबंध में जारी किए गए कई समन को नजरअंदाज करने के लिए आप नेता केजरीवाल के खिलाफ नयी शिकायत दर्ज करने के बाद आया है।
इस बीच श्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर ईडी का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को परेशान कर उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया।
श्री केजरीवाल ने एक्स पर सोशल मीडिया पोस्ट में कहा,“यह ईडी और मोदी सरकार के बारे में सच्चाई है। कैसे लोग ईडी से परेशान होकर भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर हो रहे हैं। ईडी की छापेमारी के बाद पूछा जाता है- कहां जाएंगे- भाजपा या जेल? जो लोग भाजपा में शामिल होने से इनकार करते हैं उन्हें जेल भेज दिया जाता है।”
श्री केजरीवाल ने आरोप लगाया,“अगर आप नेता सत्येन्द्र जैन, मनीष सिसौदिया और संजय सिंह गुरुवार को भाजपा में शामिल होते हैं, तो उन्हें कल ही जमानत मिल जाएगी। ऐसा नहीं है कि इन तीनों ने कोई अपराध किया हो। उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया। अगर मैं आज भाजपा में शामिल हो जाऊं तो मुझे ईडी से समन मिलना भी बंद हो जाएगा लेकिन भगवान के यहां देर है, अंधेर नहीं। प्रधानमंत्री जी, भगवान से डरिए। चीजें हमेशा एक जैसी नहीं रहतीं। समय बहुत शक्तिशाली है।”
गौरतलब है कि श्री केजरीवाल इससे पहले ईडी द्वारा जारी आठ समन में शामिल नहीं हुए थे। एजेंसी ने आखिरी बार उन्हें चार मार्च को उसके सामने पेश होने के लिए कहा था।
आप नेता ने सभी समन को ‘अवैध’ बताते हुए नजरअंदाज कर दिया और कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष केवल तभी पेश होंगे जब अदालत ऐसा करने का आदेश देगी।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.