कोलकाता महानगर की हाई वोल्टेज सीटों पर हंगामे के बीच मतदान
कोलकाता। कोलकाता महानगर और उसके आस-पास की हाई वोल्टेज सीटों पर आज कई हंगामेदार घटनाओं के बीच मतदान हुआ। यहां की उत्तर कोलकाता, दक्षिण कोलकाता, यादवपुर और डायमंड हार्बर सीट की खास अहमियत है। इन सीटों के मतदान केंद्रों पर कहीं झड़प, तो कहीं मारपीट और उम्मीदवार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की घटनाएं सामने आईं।
उत्तर कोलकाता
लोकसभा चुनाव की घोषणा से उत्तर कोलकाता सीट हाई वोल्टेज सीट है। वर्तमान भाजपा उम्मीदवार तृणमूल विधायक थे, जो बीजेपी में शामिल हो गये। इस बार बीजेपी से टिकट मिलने के बाद वह दिल्ली जाने की राह देख रहे हैं। हाल के दिनों में तापस रॉय को बार-बार तृणमूल कार्यकर्ताओं की ओर से बाधा का सामना करना पड़ा है। मतदान की सुबह भी बेलेघाटा में तापस रॉय के खिलाफ तृणमूल ने विरोध प्रदर्शन किया। आज जब वह बेलियाघाटा मेन रोड पर जवाहर हिंदी विद्यालय स्थित बूथ पर गए तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन पर गो बैक के नारे लगाए। उनका कहना था कि यहां शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है, तापस रॉय क्यों आये हैं?इसके बाद कोलकाता उत्तर के बीजेपी उम्मीदवार ने कार मोड़ी और निकल गये। उधर, काशीपुर में बूथ संख्या 57 पर मतदान रोकने के आरोप को लेकर तनाव फैल गया। भाजपा उम्मीदवार तापस रॉय जैसे ही बूथ में दाखिल हुए, तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनके आसपास नारे लगाने शुरू कर दिए। धक्का-मुक्की भी हुई। बीजेपी ने आरोप लगाया कि तृणमूल रात से ही धमकी दे रही है। इसे लेकर सुबह हंगामा हो गया। तापस रॉय के जाते ही वहां तृणमूल कार्यकर्ता आ गये। तापस रॉय ने काशीपुर थाने के ओसी को फोन किया। पुलिस ने आकर स्थिति संभाली। तापस रॉय के खास इलाके एमहर्स्ट स्ट्रीट में बीजेपी एजेंट को बैठने से रोकने का आरोप लगा था. तर्क यह था कि कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार तापस रॉय के हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे हैं। बाद में कोलकाता उत्तर से भाजपा प्रत्याशी ने एजेंट को ले जाकर बूथ में बैठाया। फूलबागान में बूथ संख्या 220 के कांग्रेस के बूथ एजेंट बिजन चट्टोपाध्याय की कथित तौर पर पिटाई की गई। एजेंट का मुंह फट गया। बिजन ने दावा किया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें बूथ से बाहर खींच लिया और उनकी पिटाई की। बाद में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप भट्टाचार्य ने प्रभावित एजेंट को दोबारा उस बूथ पर बैठाया। इसके साथ ही, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस कोलकाता के विभिन्न वार्डों में छाप्पा वोट मार रही है। बेहाला पश्चिम के वार्ड नंबर 127 के बूथ 241, 242, 265, 264, 212, 213, 214 पर छाप्पा वोट हुआ है। इसी तरह खिदिरपुर और गार्डेनरिच के कई बूथों पर भी छाप्पा वोट हुआ है। यह भी आरोप लगाया गया है कि कसबा के वार्ड नंबर 107 के बूथ 309, 310, 226, 227 पर तृणमूल बाइक वाहिनी मतदाताओं को डरा रही थी। गौरतलब है कि कांग्रेस ने वोट डालने को लेकर आयोग से शिकायत की है।
दक्षिण कोलकाता
दक्षिण कोलकाता सीट के लिए तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार माला रॉय, भाजपा उम्मीदवार देबश्री चौधरी एवं वाम उम्मीदवार सायरा शाह हलीम चुनावी मैदान में हैं। इस दिन पिकनिक गार्डन के बूथ संख्या 266 पर सीपीएम प्रत्याशी सायरा शाह हलीम ने एक फर्जी एजेंट ने पकड़ लिया। उन्होंने तृणमूल पर फर्जी एजेंट बिठाने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, कोलकाता दक्षिण से सीपीएम के चुनाव एजेंट कौस्तभ चट्टोपाध्याय पर साराशुना के सोनाली पार्क में हमला किया गया। आरोप है कि कोलकाता नगर पालिका के वार्ड संख्या 127 के बागपोटा जीएसएफपी स्कूल के बूथ 264 और 265 पर मतदान में बाधा की शिकायत मिलने पर जब कौस्तभ वहां गए तो उन पर हमला किया गया। उनकी पिटाई की गई और उनकी कार में तोड़फोड़ की गई। दूसरी ओर, बेहला के रवीन्द्रनगर में केंद्रीय बलों पर नशे में धुत होकर पैदल यात्रियों से मारपीट करने का आरोप लगाया गया है। स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया।
जादवपुर
तृणमूल के लिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जानी वाली जादवपुर सीट भी उसके लिए नाक का सवाल बनी हुई है. ममता बनर्जी ने 1984 में माकपा के दिग्गज नेता सोमनाथ चटर्जी को हराकर अपना पहला चुनाव जीता था और राज्य की राजनीति में अपनी पहचान बनायी थी। इस बार यहां टीएमसी से सायनी घोष, माकपा से सृजन भट्टाचार्य, बीजेपी से अनिर्बान गांगुली और आईएसएफ से नूर आलम खान उम्मीदवार हैं। यहां कई वारदातें हुई हैं। कई बूथ पर हंगामा हुआ है।
जादवपुर के भगवानपुर में बमबाजी की वारदात हुई है। यहां सड़कों पर कई जगह देसी बम पड़े हुए मिलने का आरोप लगया गया है हैं। लोगों को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा है। माकपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया है। कहा जा रहा है कि यहां की कई जगहों से बम बनाने का सामान भी मिला है। लोगों को काबू में कर रहे पुलिस के जवानों पर भीड़ ने पथराव भी किया है
डायमंड हार्बर
डायमंड हार्बर सीट से तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी जैसे हेवीवेट नेता को बीजेपी के अभिजीत दास टक्कर दे रहे हैं। यहां एक पोलिंग बूथ पर हो रही धांधली को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत दास का आरोप है कि ईवीएम को ऐसे रखा गया था कि जब भी कोई वोट डाले तो उसे टीएमसी कार्यकर्ता देख सकें। इसके अलावा कमरे में लगे कैमरों को भी घुमा देने का आरोप लगाया गया। डायमंड हार्बर के बादामतला स्कूल के बूथ नंबर 52 और 53 में बीजेपी एजेंट पीटकर बाहर करने का आरोप सत्ताधारी पार्टी पर लगा है। आरोप यह भी है कि बीजेपी एजेंट के सारे दस्तावेज भी छीन लिए गए। यहां अल्पसंख्यक वोट पर नजर गड़ते हुए कई पार्टियों ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।इसमें आइएसएफ ने मंजू लस्कर, एआइएमआइएम ने मो. रबीबुल शेख भी मैदान में हैं।