नयी दिल्ली 03 जून अठाहरवीं लोकसभा के चुनाव संपन्न होने के बाद और मतगणना से एक दिन पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के महत्वपूर्ण घटक दल जनता दल (यू) के प्रमुख तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
श्री कुमार दो दिन की यात्रा पर राजधानी दिल्ली पहुंचे हैं और प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद शाम को उनका गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का कार्यक्रम है।
लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुमान आने के बाद प्रधानमंत्री के निवास पर हुई श्री कुमार की मुलाकात के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है लेकिन जानकार इस मुलाकात को बेहद महत्वपूर्ण मानते हुए इसके कई मायने निकाल रहे हैं। समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने चुनाव और उनके अनुमानों के बारे में बात की है। इसके अलावा उन्होंने केन्द्र में राजग सरकार बनने की स्थिति में आगे की रणनीति पर भी बातचीत की है।
एग्जिट पोल में बिहार में राजग की स्थिति को इतना मजबूत नहीं दिखाया गया है जितनी चुनाव शुरू होने से पहले संभावना व्यक्त की जा रही थी।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा चल रही है कि चुनाव परिणाम आने के बाद संभवत श्री कुमार को केन्द्र में मंत्री पद दिया जा सकता है और बिहार में उनकी जगह भाजपा के किसी नेता को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी जा सकती है । हालांकि अभी इस तरह की बातों की किसी भी स्तर पर किसी ने पुष्टि नहीं की है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.