नयी दिल्ली 12 जून लगातार दूसरी बार वित्त और कंपनी मामलों की मंत्री बनाई गई निर्मला सीतारमण ने आज यहां नॉर्थ ब्लॉक में कार्यभार ग्रहण करते हुए कहा कि सरकार अपने नागरिकों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस संबंध में आगे भी कदम उठाती रहेगी।
श्रीमती सीतारमण का नॉर्थ ब्लॉक स्थित कार्यालय में वित्त सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन और वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के अन्य सचिवों ने स्वागत किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की कि उन्हें फिर से केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री के रूप में काम करने और उनके मार्गदर्शन में भारत और इसके लोगों की सेवा करने का अवसर मिला।
श्रीमती सीतारमण ने पिछले 10 वर्षों में मजबूत नेतृत्व और विकासोन्मुखी शासन को स्वीकार किया, जिसने विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तनकारी बदलाव किए हैं और एक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था बनाई है।
कार्यभार संभालने के बाद, वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सचिवों ने मौजूदा नीतिगत मुद्दों पर केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के मंत्री को जानकारी दी।
श्रीमती सीतारमण ने यह भी कहा कि 2014 से किए गए सुधार जारी रहेंगे, जो भारत के लिए व्यापक आर्थिक स्थिरता और विकास प्रदान करेंगे। उन्होंने वैश्विक चुनौतियों के बीच हाल के वर्षों में भारत की सराहनीय विकास कहानी पर भी प्रकाश डाला और कहा कि आने वाले वर्षों के लिए एक आशावादी आर्थिक दृष्टिकोण है।
उन्होंने विभागों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के विकास एजेंडे को नए जोश के साथ आगे बढ़ाने और प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए उत्तरदायी नीति निर्धारण सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ में विश्वास करती है और उन्होंने एक मजबूत और जीवंत अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उद्योग जगत के नेताओं, नियामकों और नागरिकों सहित सभी हितधारकों के निरंतर समर्थन और सहयोग का आह्वान किया।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.