नयी दिल्ली 18 जून कांग्रेस ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार संसद में लगातार मनमानी करती रही है, लेकिन लोकतंत्र की ताकत ने स्थिति को बदल दिया है और सदन में अब पहले की तरह भाजपा की तानाशाही नहीं चल पाएगी।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। इंडिया समूह के दिग्गज नेता इस बार संसद में मौजूद होंगे और अब भाजपा की तानाशाही बिलकुल भी चल नहीं पाएगी।
उन्होंने कहा कि वह समय अब नहीं रहा, जब 14 मिनट के राहुल गांधी के भाषण के दौरान 11 मिनट तक अध्यक्ष ओम बिरला का चेहरा टीवी पर दिखाया जाता था। अब उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनकी मनमानी पर जनता ने विराम लगा दिया है।
लोकसभा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के चुनाव संबंधी सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अध्यक्ष कौन होगा और उपाध्यक्ष कौन होगा लेकिन इतना तय है कि भाजपा पर अंकुश लग गया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.