भुवनेश्वर 20 जून ओडिशा में राणापुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक सुरमा पाढ़ी गुरुवार को राज्य विधानसभा की निर्विरोध स्पीकर चुनी गयी।
बीजू जनता दल (बीजद) की प्रमिला मलिक के बाद सुश्री पाढ़ी ओडिशा विधानसभा की स्पीकर बनने वाली दूसरी महिला हैं।
गृह विज्ञान में स्नातकोत्तर और विधि स्नातक तथा दो बार विधायक रही सुश्री पाढ़ी पहली बार 2004 के चुनावों में राणापुर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुई थी और तत्कालीन बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार में 18 मई, 2004 से 09 मार्च, 2009 तक सहकारिता राज्य मंत्री रहीं। वह 1988 में भाजपा में शामिल हुईं और 1998 से 2000 तक प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रहीं। इसके बाद वह 2002 से दो साल के लिए भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं।
सुश्री पाढ़ी ने बुधवार को इस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। किसी अन्य राजनीतिक दल की ओर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे जाने से उनके निर्विरोध निर्वाचन का मार्ग प्रशस्त हो गया था।
सुश्री पाढ़ी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव और प्रावती परिदा और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक, कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बहिनपति के साथ उन्हें अध्यक्ष के आसन तक ले गये।
मुख्यमंत्री ने 17वीं ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष चुने जाने पर सुश्री पाढ़ी को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह सदन की गरिमा बनाए रखेंगी तथा निष्पक्षता के साथ सदन का संचालन करेंगी। उन्होंने कहा, “हम सभी ओडिशा के लोगों की सेवा करने के लिए समर्पित हैं।” उन्होंने सदन के सदस्यों से अध्यक्ष को अपना सहयोग एवं समर्थन देने तथा सदन की मर्यादा और गरिमा बनाए रखने की अपील की।
ओडिशा में पहली बार सरकार बनाने वाली भाजपा के पास 78 विधायकों का स्पष्ट बहुमत है और तीन निर्दलीयों का समर्थन है। बीजद के 51 सदस्य हैं, जबकि कांग्रेस के 14 विधायक और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक सदस्य हैं।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.