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Dainik Vishwamitra

बुधवार ४ दिसंबर २०२४

राहुल गांधी का माइक बंद करना गंभीर मामला


चंडीगढ़, 29 जून (वार्ता) हरियाणा राजभवन के पूर्व उपनिदेशक सतीश मेहरा ने शनिवार को कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का माइक बंद करना गंभीर मामला है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट पेपर धांधली पर चर्चा शुरू की तो उनका माइक बंद कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा यह कहना कि माइक का बटन उनके पास नहीं होता, कहकर पल्ला झाड़ लेना हास्यास्पद है।उन्होंने कहा कि बटन अगर लोकसभा अध्यक्ष के पास नहीं हैं, तो किसके पास है। आज देश में पेपर लीक का मामला बच्चे-बच्चे की जुबान पर है, क्योंकि यह मामला देश की कर्णधार युवा पीढ़ी के भविष्य का मामला है। श्री गांधी द्वारा यह मांग की गयी थी कि इस मुद्दे पर संसद में बहस होनी चाहिये, लेकिन उनका माइक बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दोनों सदनों को संबोधित करते हुए इस मामले
का केवल जिक्र ही नहीं किया बल्कि यह कहा कि पेपर लीक मामले की गहराई से जांच करवायी जायेगी। संसद में इस मामले की चर्चा करना इसलिये महत्वपूर्ण हो जाता है कि वर्तमान नेतृत्व वाली सरकार के पिछले पांच साल के कार्यकाल में 65 पेपर लीक हुये हैं, जबकि 10 सालों के दौरान 70 भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं ।
उन्होंने कहा कि इसके एंटी पेपर लीक कानून फरवरी 2024 में संसद से पारित हुआ था।
इस कानून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मंजूरी दे चुकी हैं। केंद्र सरकार ने इस कानून का नोटिफिकेशन कर 21 जून को देशभर में लागू कर दिया है। इस कानून के लागू होने के बाद पेपर लीक के दोषियों को तीन साल से 10 साल की सजा और 10 लाख से एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।


भारत

  • "महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस, फडणवीस और शिंदे की दौड़ में मुकाबला तेज"

    मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है

  • महाराष्ट्र में महायुति की सुनामी, झारखंड में फिर से झामुमो सरकार

    रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.

  • एग्जिट पोल में बीजेपी आगे! महाराष्ट्र में महायुति, तो झारखंड में एनडीए सरकार

    महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.