नयी दिल्ली, 06 अगस्त ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि हज समिति में गंभीर भ्रष्टाचार चल रहा है इसलिए सरकार को इसकी केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच करानी चाहिए।
श्री ओवैसी ने शून्यकाल के दौरान हज समिति में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हज समिति में गंभीर भ्रष्टाचार चल रहा है और इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हज यात्रियों के अधिकारों और उनके पैसे की सुरक्षा के लिए यह जांच जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हज समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की बहाली का पिछले साल विज्ञापन निकाला गया था, लेकिन किसी भी स्थायी सीईओ की बहाली न किए जाने की वजह से अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। हज यात्रा पर जाने वाले हज यात्रियों से मिना में पैसे लिए जाते हैं और उनके लिए बेहतर इंतेजाम भी नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से सीबीआई में कार्यरत सभी अधिकारियों को हटाया जाए और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.