शिकागो, 19 अगस्त डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन (डीएनसी) की शुरुआत की पूर्व संध्या पर अमेरिका के तीसरे सबसे बड़े शहर शिकागो में फिलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन में बड़े पैमाने पर एक रैली निकाली गई है, जिसमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के शामिल होने की संभावना है, ताकि आधिकारिक तौर पर देश के प्रमुख पद के लिए उन्हें उम्मीदवार के रूप में नामांकित किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने कानून प्रवर्तन अधिकारियों की कड़ी निगरानी के तहत शहर की मुख्य मार्गों में से एक मिशिगन एवेन्यू पर रैली निकाली। शहर की जन सुरक्षा सेवा के एक प्रवक्ता ने रविवार को स्पूतनिक को बताया कि रैली में लगभग 600 लोग शामिल हुए थे। पुलिस ने कहा कि रैली के दौरान किसी प्रकार की बाधा और कानून के उल्लंघन की कोई घटना नहीं हुई ।
रैली में शामिल होने वालों में से अधिकतर फिलिस्तीन समर्थक कार्यकर्ता थे, जिनमें से कई ने गाजा पट्टी में इजरायल के सैन्य अभियान की निंदा करते हुए नारे लगाए। इनमें से कुछ लोगों ने अपने हाथों में फिलिस्तीन में मानवीय तबाही को समाप्त करने, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इजरायली कृत्यों की निंदा करने और यहूदी राज्य को धन तथा हथियारों की आपूर्ति को बंद करने की मांग वाले पोस्टर ले रखे थे।
शिकागो में शुरू होने वाले डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन से पहले, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने सुरक्षा बढ़ा दी है।इलिनोइस के अन्य हिस्सों में अतिरिक्त बलों को लगाया गया है। अगले सप्ताह 50 हजार से अधिक मेहमानों के यहां पहुंचने की उम्मीद है। इनमें दुनिया भर के प्रतिनिधि, संघीय अधिकारी और पत्रकार शामिल होंगे।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.