नयी दिल्ली, 13 सितंबर कांग्रेस ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में सिखों के संबंध में जो बयान दिया है, वह सही है और उसको लेकर भाजपा के दुष्प्रचार का कोई औचित्य नहीं है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तथा पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री गांधी ने अमेरिका में जो कुछ भी कहा है, उसमें सच्चाई थी।
उन्होंने कहा, “हमारे देश के किसान किसी एक धर्म के नहीं हैं। जब किसान आंदोलन हुआ तब उसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के किसान शामिल थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इतना भी नहीं किया कि 10 मिनट का समय निकालकर किसानों की बात सुन लें। श्री गांधी जब अमेरिका गए थे, तब उन्होंने वहां बताया कि देश की आजादी में कांग्रेस का क्या योगदान रहा है।”
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी की विचारधारा लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना है और श्री गांधी ने कहा कि देश में हालात ऐसे बन रहे हैं कि लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, हर बात का गलत मतलब निकालना भाजपा की आदत हो चुकी है। जब श्री मोदी ने कृषि कानून वापस लिए थे तो एमएसपी की कानूनी गारंटी देने के साथ ही कई और वादे किए थे। लेकिन जब हमारे किसान भाई इस बारे में बात करने दिल्ली आना चाहते थे, तो उनके रास्ते में कीलें लगवा दी गईं।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा, “श्री गांधी यही बातें अमेरिका में कह रहे हैं कि जहां भी लोगों के अधिकारों को छीना जाएगा, कांग्रेस उनके लिए आवाज उठाएगी। उन्होंने अमेरिका में जो भी कहा, उसमें सच्चाई थी। राहुल गांधी जी ने चिंता जताई थी कि देश में जैसा व्यवहार एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के साथ किया जा रहा है, वही कहीं सिखों के साथ भी न होने लगे। उन्होंने सिखों के हक में बात की है, हम उनकी सराहना करते हैं। भाजपा को इस बात की तकलीफ है कि राहुल गांधी जी ने सिखों के हक में बोला है। इसलिए वो उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है।”
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.