अयोध्या 19 सितंबर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बगैर उन पर हमला बोलते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि माफिया तत्वों पर कार्रवाई होने से उनके आकाओं को तकलीफ हो रही है।
विद्या इंटर कॉलेज मिल्कीपुर में आयोजित जनसभा में श्री योगी ने कहा “ हर जिले का बड़ा माफिया व गुंडा सपा से जुड़ा था। इनका पदाधिकारी या शागिर्द था। वहां संगठित अपराध, पशु, वन, खनन, भूमाफिया थे। माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता व गुंडागर्दी का तांडव करते थे तो बबुआ घर से बाहर नहीं निकलता था। बबुआ 12 बजे सोकर उठता था। जनता पिसती थी।”
उन्होने कहा “ मुस्लिम तुष्टिकरण की हद को पार करते हुए पर्व व त्योहारों में इन लोगों ने अराजकता फैलाई थी। होली, दीवाली, रक्षाबंधन-शिवरात्रि, रामनवमी-जन्माष्टमी को बैन कर दिया था। जन्माष्टमी के आयोजनों पर इन्होंने थाना, पुलिस लाइन, जेलों में रोक लगा दी थी। कहते कि जन्माष्टमी में भजन न गाओ। हरे रामा, हरे कृष्णा की धुन कुछ लोगों को पसंद नहीं थी, इसलिए सपा इसे बैन करती थी। कांवड़ यात्रा पर बैन लगाती थी। दुर्गा पूजा में अयोध्या का दंगा हर किसी ने देखा। सपा सरकार में देवकाली मंदिर में मूर्ति चोरी हो गई थी। बतौर सांसद गोरखपुर से आकर मैंने आंदोलन किया था।”
योगी आदित्यनाथ ने यहां एक हजार करोड़ से अधिक की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया और लाभार्थियों को चेक, चाबी, प्रमाण पत्र, सिलाई मशीन आदि प्रदान किया। उन्होने मिल्कीपुर में कराए जाने वाले विकास कार्यों को भी गिनाया। बताया कि मिल्कीपुर में मिनी स्टेडियम बनने जा रहा है। 30 मार्गों का शिलान्यास हो रहा है। रेवना में ग्रामीण स्टेडियम के निर्माण के लिए 9 करोड़ रुपये दिए हैं।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश भारत के विकास का बैरियर माना जाता था। अराजकता चरम पर थी। विकास योजनाओं में भेदभाव व महापुरुषों का अपमान होता था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने साढ़े सात वर्ष में विकास के कार्यों को तेज गति से बढ़ाया। आज फोरलेन, टू लेन सड़कें, गांव की बेहतर कनेक्टिविटी, गांव-मजरे में बिजली-पानी की व्यवस्था दिखती है।
उत्तर प्रदेश में 2.62 करोड़ परिवारों को शौचालय व 56 लाख गरीबों को आवास दिया गया। 1.20 लाख मजरों तक बिजली, 1.56 करोड़ से अधिक परिवारों को फ्री बिजली कनेक्शन, 1.83 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला योजना में फ्री सिलेंडर दिए गए। पिछले वर्ष से इन परिवारों को होली-दीवाली पर फ्री सिलेंडर दे रहे हैं। यूपी में 15 करोड़ लोग फ्री में राशन पा रहे हैं, लेकिन 2017 के पहले सपा के गुंडे गरीबों का राशन हजम कर जाते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के लोग गोतस्करी, वनों की कटान, जमीन कब्जा कराते थे, लेकिन आज जमीनों से कब्जे हट चुके हैं। हमारी सरकार ने 2017 के बाद एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया और सपा के भूमाफिया-गुंडों से 64 हजार हेक्टेयर लैंड को मुक्त कराया। भदरसा में भी जमीनों को कब्जामुक्त कराया गया है। गुर्गों से जमीन मुक्त कराने पर परेशानी हुई तो सरगना कहता है कि अयोध्या में जमीन घोटाला हुआ है। यहां जमीन घोटाला नहीं हुआ, बल्कि किसानों को 1700 करोड़ रुपये मुआवजा बांटा गया है। यह लोग अपने गुर्गों के काले कारनामों के पक्ष में बोल रहे हैं। एक भी मामला ऐसा नहीं है, जहां पीड़ित को मुआवजा न मिला हो। जिस अयोध्या को इन्होंने रामभक्तों के लहू से सींचा था, वहां 22 जनवरी से अब तक तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
उन्होने कहा कि दीपोत्सव पर अयोध्या के मंदिरों पर जब दीप जलते हैं तो सिर्फ सपा मुखिया और पाकिस्तान को परेशानी होती है। इन्हें मालूम है कि अयोध्या में जलने वाला एक-एक दीप अयोध्या, प्रदेश व देश को रोशन करेगा और मानवता पर कैंसर बन चुके पाकिस्तान को भी नेस्तनाबूद करने का सामर्थ्य रखता है। पाकिस्तान भारत का दुश्मन है, उसे तो परेशानी होती है, लेकिन हिंदू विरोधी मानसिकता के कारण समाजवादी पार्टी को भी दिक्कत होती है। अंधेरे में रहने की अभ्यस्त सपा को डकैती डालने के लिए अंधेरा ही चाहिए।
योगी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अयोध्या को 30 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी है। अयोध्या का जितना विकास डबल इंजन सरकार ने साढ़े सात वर्ष में किया है, उतना विकास कांग्रेस के 60 वर्ष, सपा की चार बार की सरकार में नहीं हुआ। हमारी सरकार ने 6461 दुकानों का भी पुनर्वास किया गया। किसी को दुकान, मुआवजा, एफएआर में छूट दे कर जमीन पर पीछे साइड दुकान बनाने की अनुमति दी गई। वहीं प्रदेश में हमारी सरकार ने साढ़े सात वर्ष में साढ़े छह लाख नौजवानों को नौकरी दी। दो करोड़ से अधिक नौजवानों को निजी क्षेत्रों में नौकरी व रोजगार दिया। 60 लाख से अधिक उद्यमियों को प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया।
उन्होने कहा कि अयोध्या अब सुंदरतम नगरी बन रही है। दीपोत्सव से सपा को परेशानी होगी ही, क्योंकि इन्हें तो विवादित ढांचा प्यारा था, जिसे रामभक्तों ने नेस्तनाबूद किया था। जिनके हाथ रामभक्तों के खून से सने हैं, वे जब अयोध्या की चर्चा करते हैं तो ताज्जुब होता है, लोग हंसते हैं कि यह अयोध्या के बारे में क्या चर्चा करेंगे। इनके काले कारनामों का सारा चिठ्ठा सामने आएगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं बचेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या का रामजन्मभूमि पथ, भक्तिपथ, एयरपोर्ट पथ फोरलेन, अयोध्या को जोड़ने वाला प्रयागराज, गोरखपुर, लखनऊ, अमेठी, रायबरेली आदि सभी मार्ग फोरलेन कनेक्टिविटी से जुड़ चुके हैं। प्रभु श्रीराम हजारों वर्ष पहले पुष्पक विमान से अयोध्या आए थे, लेकिन सपा या कांग्रेस के मन में कभी नहीं आया कि अयोध्या में एयरपोर्ट बन जाए। 821 एकड़ भूमि पर अयोध्या में अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना तो रामद्रोही सपा परेशान है। कुछ दिन बाद इंटरनेशनल कनेक्टिविटी से अयोध्या जुड़ने वाला है। 2017 के पहले और बाद की अयोध्या को देखकर इनकी आंखें चौंधिया जाएगी। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या देश की पहली सौलर सिटी भी बन रही है। भगवान सूर्यवंश की रोशनी से यहां की लाइट जगमाएगी तो अंधेरे में रहने वाली सपा इसे कैसे स्वीकार कर सकती है।
योगी ने कहा “ प्रदेश के संगठित अपराध में लिप्त गाजीपुर, अंबेडकरनगर, रामपुर, प्रयागराज के माफिया इनके चचाजान थे। माफिया के सामने नाक रगड़ने और दंगाइयों के सामने घुटने टेकने वाला व्यक्ति संत परंपरा को माफिया कहता है।”
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.