नयी दिल्ली 20 सितंबर प्रारंभिक अनुमान के अनुसार आगामी सीजन के लिए चावल और मक्का की पैदावार आशाजनक रहने की उम्मीद है जबकि फसल विविधीकरण के कारण कपास का रकबा कम रहेगा।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की सलाहकार रुचिका गुप्ता की अध्यक्षता में कल यहां इस माह के परामर्श का दूसरा दौर आयोजित किया। इस चर्चा में खरीफ 2024 सीजन के लिए पहले अग्रिम अनुमान जारी होने से पूर्व कपास और गन्ने के साथ-साथ अनाज और तिलहन के उत्पादन पर ध्यान दिया गया।
चर्चा में क्रिसिल रिसर्च, एग्रीवॉच, इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन एसोसिएशन (आईपीजीए), इंडियन ऑयलसीड एंड प्रोड्यूस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (आईओपीईपीसी), इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए), आईसीएआर-भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान (आईआईओआर), भारतीय कपास निगम (सीसीआई), खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी), गेहूं, गन्ना, चावल, तिलहन और कपास के फसल विकास निदेशालय और उपभोक्ता मामले विभाग (डीओसीए) सहित प्रमुख पक्ष उपस्थित थे।
बैठक के दौरान, प्रतिभागियों ने फसल की स्थिति के आकलन और अनुमान लगाने की पद्धतियों सहित कई अहम मुद्दों पर विचार साझा किए।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.