तिरुमला 21 सितंबर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने शनिवार को कहा कि श्री वेंकटेश्वर स्वामी को चढ़ाए जाने वाले लड्डू प्रसादम की पवित्रता की रक्षा टीटीडी की ओर से की जायेगी तथा शुद्ध गाय के घी सहित सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
श्री राव ने शुक्रवार की शाम संवाददाताओं से कहा, “तिरुमाला दिव्यक्षेत्रम और लड्डू प्रसादम की पवित्रता और दिव्यता की रक्षा करने की हरसंभव आवश्यकता है। राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) घी में मिलावट की जांच करने वाले उपकरण दान करने के लिए आगे आया है, जिसकी लागत 75 लाख रुपये होगी। यह स्थायी समाधान के रूप में अगले साल दिसंबर या जनवरी तक आ जायेगा।” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट रूप से कहा है कि लड्डू प्रसादम की गुणवत्ता और स्वाद सुनिश्चित किया जाना चाहिए तथा शुद्ध गाय के घी का उपयोग करके पवित्रता बहाल की जानी चाहिए, क्योंकि यह लाखों भक्तों की भावनाओं से जुड़ा है।
उन्होंने कहा, “इसके बाद हमने नए टीटीडी प्रशासन के कार्यभार संभालने के बाद से लड्डू की गुणवत्ता और स्वाद में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लड्डू की खराब गुणवत्ता पर तीर्थयात्रियों से प्रतिक्रिया प्राप्त करने और पोटू श्रमिकों (लड्डू निर्माताओं) से बातचीत करने के बाद पहली बार टीटीडी ने मिलावट की जांच के लिए घी की आपूर्ति बाहरी प्रयोगशाला में भेजी।
उन्होंने बताया कि टीटीडी को घी के पांच आपूर्तिकर्ता थे और दरें 320 रुपये से 411 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थीं, लेकिन ये दरें शुद्ध घी की आपूर्ति के लिए व्यवहार्य दरें नहीं थीं। नये प्रशासन ने सभी को अच्छी गुणवत्ता वाला घी सुनिश्चित करने की चेतावनी दी है , अन्यथा मिलावट की जांच के लिए नमूने बाहरी प्रयोगशालाओं में भेजे जाएंगे और सकारात्मक पाए जाने पर उन्हें काली सूची में डाल दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चेतावनी के बाद भी एक आपूर्तिकर्ता द्वारा भेजे गए चार घी टैंकर प्रथम दृष्टया घटिया गुणवत्ता के पाये गये जिसके बाद अस्थायी रूप से आपूर्ति रोक दी गयी है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों से गहन जांच के बाद आपूर्ति बहाल करने या नहीं करने पर निर्णय लिया जायेगा।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.