नयी दिल्ली 23 सितंबर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने माैजूदा वर्ष के जुलाई में 19 लाख 94 हजार सदस्य जोड़े गये हैं जिनमें 18-25 आयु वर्ग 8.77 लाख सदस्य हैं जो सभी नए सदस्यों का 59.41 प्रतिशत है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने साेमवार को यहां ईपीएफओ के रोजगार आंकड़े जारी करते हुए कहा कि ईपीएफओ ने जुलाई 2024 में रिकॉर्ड 4.41 लाख महिला सदस्यों को भी जाेड़ा है। उन्होंने कहा कि ईपीएफओ ने जुलाई 2024 के महीने में 19.94 लाख सदस्य जोड़े हैं, जो अप्रैल 2018 के बाद से अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है।
उन्होंने कहा कि ईपीएफओ ने जुलाई 2024 में 10.52 लाख नए सदस्य जोड़े, जो जून 2024 की तुलना में 2.66 प्रतिशत और जुलाई 2023 की तुलना में 2.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इसी माह में लगभग 14.65 लाख सदस्य फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। यह आंकड़ा 15.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
जुलाई 2024 में करीब 3.05 लाख नई महिला सदस्य ईपीएफओ से जुड़ीं, जो 10.94 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। कुल मिलाकर, 4.41 लाख महिला सदस्य जोड़े गए।
जुलाई 2024 में कुल सदस्य वृद्धि में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा और गुजरात राज्यों का योगदान 59.27 प्रतिशत रहा। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा, जिसने कुल नए सदस्यों में 20.21 प्रतिशत का योगदान दिया।
आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण, कंप्यूटर सेवाएं, निर्माण, इंजीनियरिंग, बैंकिंग (गैर-राष्ट्रीयकृत) और निजी क्षेत्र के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे क्षेत्रों में सदस्यता में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.