भुवनेश्वर, 25 सितंबर ओडिशा सरकार ने 4,954.26 करोड़ रुपये की लागत वाली 31 अभिनव परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव मनोज आहूजा की अध्यक्षता में मंगलवार रात 131वीं राज्य स्तरीय एकल खिड़की मंजूरी प्राधिकरण (एसएलएसडब्ल्यूसीए) की बैठक में इन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। ये निवेश विभिन्न क्षेत्रों में फैले हुए हैं और ओडिशा के आर्थिक परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार हैं, जिससे एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में इसकी स्थिति मजबूत होगी। स्वीकृत परियोजनाओं से लगभग 24,162 नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है, जो क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास और रोजगार वृद्धि में योगदान देगा।
एसएलएसडब्ल्यूसीए ने मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल कैपिटल गुड्स, खाद्य प्रसंस्करण, पैकेजिंग, परिधान और वस्त्र, जैव ईंधन, हरित ऊर्जा उपकरण, ईएसडीएम, स्टील (सहायक), गैर-धात्विक खनिज उत्पाद (अपवर्तक उत्पाद), स्टील (डाउनस्ट्रीम), प्लास्टिक, खाद्य, पेय और संबद्ध क्षेत्र, कृषि प्रसंस्करण, पर्यटन, बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा, और फार्मास्युटिकल सहित विभिन्न क्षेत्रों में फैली परियोजनाओं की एक श्रृंखला को मंजूरी दी।
परियोजनाओं को राज्य के 18 जिलों में लागू किया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि स्टील (सहायक और डाउनस्ट्रीम) क्षेत्र में, कैल्डेरीज़ इंडिया रिफ्रैक्टरीज लिमिटेड विभिन्न रिफ्रैक्टरी उत्पादों के लिए एक विनिर्माण सुविधा में 698.71 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.