नयी दिल्ली, 28 सितंबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवा विरोधी हैं और उनकी नीतियों ने युवाओं के लिए रोजगार के कोई अवसर पैदा नहीं किए हैं,जिससे देश का युवा बर्बाद हो गया है।
श्री खड़गे ने आज यहां कहा, "बेरोज़गारी से बड़ा देश में कोई मुद्दा नहीं है। युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने में मोदी जी का सबसे बड़ा योगदान है। अभी आए पीएलएफएस के आँकड़ों को अगर बारीक़ी से देखें तो लाख कोशिशों के बावजूद ये सरकारी डेटा युवाओं की बेबसी को छिपा नहीं पा रहा है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया और कहा,"श्री नरेन्द्र मोदी जी को बताना चाहिए — क्या 2023-24 में युवा बेरोज़गारी 10.2 प्रतिशत के भयावह स्तर पर नहीं है। रंग-बिरंगे नारे देने और फ़ोटोबाज़ी करने के बजाय मोदी जी ने युवाओं को नौकरियां देने के लिए क्या किया। क्या ये सच नहीं है कि जिन महिलाओं के पास रेगुलर आय की नौकरी है उनकी संख्या अब सात वर्षों में सबसे कम होकर मात्र 15.9 प्रतिशत रह गई है।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "क्या गाँव-देहात में अनपेड नौकरी करने वाली महिलाओं की संख्या 2017-18 के 51.9 प्रतिशत से बढ़कर अब 67.4 प्रतिशत नहीं हुई है, जो ग्रामीण बेरोज़गारी को दर्शाता है। विनिर्माण क्षेत्र पर रोज़ाना ढिंढोरा पीटने वाली मोदी सरकार ने इसमें पिछले सात वर्षों में रोज़गार में बढ़ोतरी क्यों नहीं की है। ये आंकड़ा 2017-18 के 15.85 प्रतिशत से लुढ़कर अब 11.4 प्रतिशत कैसे रह गया।"
उन्होंने कहा कि श्री मोदी को याद रखना चाहिए कि भारत का एक-एक युवा जिसके रोज़गार को आपकी सरकार ने हथियाने का काम किया है, वो चुनाव दर चुनाव भाजपा को हराने का एकमात्र काम करेगा।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.