नयी दिल्ली 01 अक्टूबर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि किसानों की छोटी - छोटी समस्याओं का समाधान करने से उनकी आय में वृद्धि की जा सकती है।
श्री चौहान ने यहां अपने साप्ताहिक कार्यक्रम में किसानों से मुलाकात करते हुए कहा कि कीटनाशक, बीज और बिजली आदि की उपलब्धता पर चर्चा की गयी। वह प्रत्येक मंगलवार को किसान और किसान संगठनों के साथ बैठक करते हैं और उनकी कठिनाइयों से अवगत होते हैं। उन्होंने आज भारतीय किसान यूनियन संगठन (स्वतंत्र) से मुलाकात की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों और किसान संगठनों से मिले सुझावों को संबंधित राज्य सरकार को भेजेंगे और समस्याओं के समाधान और सुझावों पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि संबंधी समस्याएं दिखने में छोटी लगती है, लेकिन उनका समाधान हो जाएं तो किसानों की 10 से 20 प्रतिशत आमदनी बढ़ सकती है।
बैठक के दौरान किसानों ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष कई व्यवहारिक समस्याएं रखी। इनमें फसलों की लागत कम करने, लाभकारी मूल्य मिलने, फसलों को जलभराव से बचाने सहित अन्य विषयों पर विचार विमर्श किया गया। किसानों ने कहा कि अधिक कीटनाशकों का उपयोग धरती के स्वास्थ्य को खराब कर रहा है। किसानों ने अच्छे बीज और अच्छे कीटनाटशक उपलब्ध कराने पर चर्चा की और इस संबंध में सुझाव दिये।
किसानों ने सरकारी योजनाओं की जानकारी सभी किसानों तक पहुंचाने, पीएम फसल बीमा योजना और किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ लेने, फैक्ट्री के दूषित पानी से निजात पाने और ट्रांसफार्मर कम समय में बदलने जैसे विषयों पर भी सुझाव दिये।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.