केंद्रपाड़ा, 25 अक्टूबर भयंकर चक्रवाती तूफान दाना के आने से पहले कीचड़ भरी सड़कों पर बुजुर्गों को निकालने के लिए आशा कार्यकर्ता सिबानी मंडल के निस्वार्थ प्रयासों की लोग सराहना कर रहे हैं।
प्रतिकूल परिस्थितियों में लोगों को बचाने वाली श्रीमती सिबानी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा और राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी ने शुक्रवार को उनके निस्वार्थ कार्य की प्रशंसा की। श्री माझी ने चक्रवात के दौरान सेवा के प्रति उनके समर्पण के लिए श्रीमती सिबानी को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देने के लिए फोन किया और कहा कि ओडिशा को मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर गर्व है। राजनगर ब्लॉक के अंतर्गत खासमुंडा गांव की निवासी श्रीमती मंडल वर्ष 2006 से आशा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं। "मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है" के मंत्र को अपनाते हुए उन्होंने सात बुजुर्ग महिलाओं और एक गर्भवती महिला को सुरक्षित निकालने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की, क्योंकि वे चक्रवात आश्रयों में शरण लेने से हिचकिचा रही थीं।यह जानने पर कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने हताहतों की संख्या शून्य सुनिश्चित करने के लिए निकासी प्रयास शुरू किए हैं। उन्होंने अपनी आशा वर्दी पहनी और अपने कर्तव्य से परे स्वयंसेवा की।
इस दौरान उनकी मुलाक़ात ऐसे लोगों से हुई, जो तलचुआ क्षेत्र में नज़दीकी चक्रवात आश्रय में नहीं चाह रहे थे। श्रीमती सिबानी उनके घरों में गईं, उनकी चिंताओं पर चर्चा की और उन्हें यह समझाने में सफल रहीं कि उनकी ज़िंदगी उनकी संपत्ति से ज़्यादा महत्वपूर्ण है और उन्हें स्थिति बिगड़ने से पहले आश्रय लेने का आग्रह किया।उन्होंने सात बुज़ुर्ग महिलाओं को अपने कंधों पर उठाकर चक्रवात आश्रय तक पहुँचाया। फिसलन भरी, कीचड़ भरी सड़कों पर चलते हुए, जबकि वे चलने में संघर्ष कर रही थीं।
इसके अलावा उन्होंने एक गर्भवती महिला के पति को उसे अस्पताल पहुँचाने के लिए वाहन के पास पहुँचाने में मदद की। श्रीमती सिबानी का मानना है कि संकट के समय मानवता की सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है और सभी को ज़रूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा, "आप देख सकते हैं कि सभी महान हस्तियों ने मानवता की सेवा के माध्यम से अपने जीवन को पवित्र किया है।" जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण समय के दौरान सिबानी मंडल के निस्वार्थ कार्य की सराहना की।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.