नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के पहले गृह मंत्री , भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के मौके पर मंगलवार को यहां 'एकता दौड़' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
एकता दौड़ का आयोजन मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में किया गया। सरदार पटेल की जयंती को हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर श्री शाह ने कहा, 'इस बार 31 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार है। इसलिए एकता दौड़ का आज 29 अक्टूबर धनतेरस के शुभ अवसर पर आयोजित करने का फैसला किया गया है।'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2014 को देश की एकता और अखंडता के लिए सरदार पटेल की याद में हर वर्ष एकता दौड़ का आयोजन करने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि यह दौड़ सिर्फ भारत की एकता का संकल्प नहीं है, अब यह 'विकसित भारत' का संकल्प भी बन गया है।
उन्होंने कहा , 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्षों तक सरदार पटेल को भूलने की कोशिश की गई। वर्षों तक उन्हें भारत रत्न सम्मान से वंचित रखा गया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करके सरदार पटेल की स्मृति को जीवित रखने का काम किया है।'
बाद में श्री शाह ने 'एकता दौड़' को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। दौड़ में भाग लेने के लिए मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, मनोहर लाल खट्टर, नित्यानंद राय , दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और स्थानीय सांसद बांसुरी स्वराज भी मौजूद थे।
मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। सभी की नजर इस बात पर है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर शिवसेना एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, वहीं महायुति की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं। एनसीपी के नेता अजित पवार ने भी फडणवीस के नाम का समर्थन किया है
रुझानों में बीजेपी, शिवसेन (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के गठबंधन महायुति की सुनामी है. महायुती 288 में से 236 सीटों पर आगे हैं. वहीं, कांग्रेस, शिव सेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार) के गठबंधन महा विकास अघाड़ी को केवल 48 सीटों पर ही बढ़त है. वही अन्य 4 पे आगे है.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ, जबकि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण के मतदान के साथ 38 सीटों के लिए मतदान हुआ. सभी चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.