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Dainik Vishwamitra

शुक्रवार १८ अप्रैल

पेट्रोल डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ा लेकिन दाम नहीं बढ़ेगा


नयी दिल्ली 07 अप्रैल सरकार ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2-2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी लेकिन आम उपभोक्ता पर इस वृद्धि का असर नहीं पड़ेगा।

यह फैसला वैश्विक तेल कीमतों में जारी उतार-चढ़ाव और ट्रंप प्रशासन की ओर से जवाबी टैरिफ के एलान के बीच लिया गया है। पेट्रोल-डीजल की नयी कीमतें 08 अप्रैल से लागू होंगीं।

वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने आज जारी एम अधिसूचना में कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क शुल्क में यह वृद्धि की है।

इस बीच पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि तेल विपणन कंपनियां इस वृद्धि के बोझ को उपभोक्ता पर नहीं डालेगी।

इस वृद्धि के बाद पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर हो गया है।


भारत

  • खाद्य तेलों में मिलाजुला रुख

    ल-तिलहन : वैश्विक स्तर पर मलेशिया के बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में पाम ऑयल का मई वायदा 33 रिंगिट उतरकर 4197 रिंगिट प्रति टन पर आ गया। इसी तरह मई का अमेरिकी सोया तेल वायदा 0.07 सेंट उतरकर 47.40 सेंट प्रति पौंड बोला गया। इस दौरान घरेलू बाजार में खाद्य तेलों में मिलाजुला रुख रहा। सरसों तेल 366 रुपये, पाम ऑयल 366 रुपये और वनस्पति तेल 365 रुपये प्रति क्विंटल सस्ता हो गया जबकि सूरजमुखी तेल 219 रुपये प्रति क्विंटल चढ़ गया। वहीं, मूंगफली तेल और सोया रिफाइंड के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।

  • कारों की बिक्री में 12.6 प्रतिशत की गिरावट

    ऑटोमोबाइल कंपनियों के संगठन सियाम के अध्यक्ष शैलेष चंद्र ने मंगलवार को आंकड़े जारी कर बताया कि 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 में देश में 13,53,287 कारों की बिक्री हुई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की 15,48,947 कारों से 12.6 प्रतिशत कम है।

  • मार्च में थोक महंगाई दर चार महीने के निचले स्तर 2.05 प्रतिशत पर

    वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2025 में थोक महंगाई दर 2.38 प्रतिशत और जनवरी में 2.51 प्रतिशत रही थी। खाद्य वस्तुओं की थोक महंगाई फरवरी के 5.94 प्रतिशत से घटकर मार्च में 4.66 प्रतिशत पर आ गई। वहीं, प्राथमिक वस्तुओं की मुद्रास्फीति 2.81 प्रतिशत से घटकर 0.76 प्रतिशत पर पहुंच गई। हालांकि ईंधन और बिजली की कीमतों में मामूली बढ़त देखी गई। फरवरी में जहां यह नकारात्मक 0.71 प्रतिशत थी, वह मार्च में मामूली बढ़त के साथ 0.20 प्रतिशत हो गई।