हरिद्वार, 21 अप्रैल ऊर्जा और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में भारत की अग्रणी इंजीनियरिंग और विनिर्माण उद्यम, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 27,350 करोड़ रुपये (अनंतिम और अलेखापरीक्षित) का राजस्व प्राप्त किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 19 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
कंपनी ने वर्ष के दौरान 92,534 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्राप्त किए जो कि कंपनी द्वारा किसी वित्तीय वर्ष में हासिल किया गया अब तक का सर्वाधिक ऑर्डर है। इसके साथ, वित्त वर्ष 2024-25 के अंत में बीएचईएल की कुल ऑर्डर बुक 1,95,922 करोड़ रुपये हो गई है।
- विद्युत क्षेत्र में, बीएचईएल ने 81,349 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्राप्त कर अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखी।
- औद्योगिक क्षेत्र में कंपनी ने 11,185 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर प्राप्त किए, जो परिवहन, रक्षा, प्रॉसेस इंडस्ट्रीज़ और औद्योगिक उपकरण जैसे विविध क्षेत्रों में कंपनी की उपस्थिति को दर्शाता है।
-निष्पादन के मोर्चे पर, बीएचईएल ने 8.1 गीगावाट क्षमता के विद्युत संयंत्रों को कमीशन /सिंक्रोनाइज़ किया, जो परियोजना को पूरा करने और परिचालन दक्षता पर कंपनी के निरंतर फोकस को दर्शाता है।
दोहरे अंकों में राजस्व वृद्धि, रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और निष्पादित की जा रही अनेक परियोजनाओं के साथ, बीएचईएल वित्त वर्ष 2025-26 में मजबूती के साथ कदम रख रहा है। कंपनी अधिक प्रभाव डालने वाले बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करने, स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने और हितधारकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ने बुधवार को बयान जारी कर बताया कि यह इश्यू को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का अनुमोदन प्राप्त है और कंपनी की वैश्विक विस्तार रणनीति का एक अहम हिस्सा है। इश्यू के तहत कंपनी 49.19 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाना चाहती है, जिसे अनुसंधान एवं विकास, कार्यशील पूंजी, उच्च मूल्य वाले फार्मास्युटिकल इंटरमीडिएट्स के उत्पादन विस्तार, डिजिटल परिवर्तन और वैश्विक बाजारों में मौजूदगी बढ़ाने जैसे उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 46.14 अंक टूटकर 80,242.24 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 1.75 अंक फिसलकर 24334.20 अंक पर सपाट बंद हुआ। हालांकि बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छाेटी कंपनियों के शेयरों में अधिक बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 0.72 प्रतिशत लुढ़ककर 42,883.72 अंक और स्मॉलकैप 1.74 प्रतिशत का गोता लगाकर 47,400.31 अंक रह गया।
डीलरों ने बताया कि तेज घरेलू भावना और पूंजी बाजारों में मजबूती के चलते रुपया आज 84.97 रुपये प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। प्रमुख सूचकांकों में 1.20 प्रतिशत और बैंकिंग सूचकांक में 1.41 प्रतिशत की वृद्धि से रुपये को समर्थन मिला। इस दौरान डॉलर सूचकांक लगभग 99.63 के आसपास स्थिर बना रहा, जिससे रुपये को अतिरिक्त राहत मिली।