राजनाथ ने दी ममता, सोनोवाल, स्टालिन, विजयन को बधाई
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं केन्द्र सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल, असम, केरल एवं तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में निर्णायक बढ़त बनाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सर्वानंद सोनोवाल, पिनरई विजयन और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के नेता एम के स्टालिन को बधाई दी।
विधानसभा चुनावों के विजेताओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से सबसे पहले बधाई दी और उनके अगले कार्यकाल के लिए शुभकामना व्यक्त की।
श्री सिंह ने ट्वीटर पर लिखा, “पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी को राज्य विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की जीत पर बधाई। उनके अगले कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।”
श्री सिंह ने असम में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बढ़त बनाने पर मुख्यमंत्री श्री सोनोवाल, तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम की निर्णायक बढत बनाने पर द्रमुक नेता श्री स्टालिन, केरल में सत्तारूढ़ वाममोर्चे की बढ़त पर मुख्यमंत्री श्री विजयन को भी बधाई दी।
श्री सोनोवाल को बधाई देते हुए श्री सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार और श्री सोनाेवाल की अगुवाई वाली राज्य सरकार की जनपक्षधर नीतियों की बदौलत भाजपा ने असम विधानसभा चुनाव में दोबारा जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी, मुख्यमंत्री श्री सोनोवाल, अध्यक्ष जे पी नड्डा और कार्यकर्ताओं को भाजपा की जबरदस्त जीत की बधाई।”
चुनाव आयोग के अधिकृत आंकड़ों के अनुसार मतगणना में अपराह्न चार बजे की स्थिति के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 292 सीटों में से 290 के रुझान उपलब्ध थे जिनमें तृणमूल कांग्रेस 208 सीटों पर बढ़त बनाये हुए थी। भाजपा 79, आजसू एवं राष्ट्रीय सेकुलर मजलिस पार्टी एक-एक सीट पर आगे थी जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बढ़त बनाये हुए था। असम में 126 में से 121 सीटों के रुझान उपलब्ध थे जिनमें से भाजपा ने 57 और गठबंधन की सहयोग असम गण परिषद ने 11 सीटों पर बढ़त बना ली थी। कांग्रेस को 29 आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 13, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने आठ, माकपा, बीपीएफ एवं स्वतंत्र उम्मीदवारों में से एक एक सीट पर बढ़त बनाये हुई थी।
केरल में 140 सीटों में से वाममोर्चे ने कम से कम 73 सीटों पर स्पष्ट बढ़त बना ली थी जबकि भाजपा को केवल तीन सीटों पर बढ़त हासिल हुई है। तमिलनाडु कुल 234 सीटों में से द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन 138 सीटों पर आगे था। अन्नाद्रमुक को 79 और भाजपा को तीन सीटों पर बढ़त हासिल थी। (वार्ता)